नई दिल्ली। विशेषकर विदेश व्यापार एवं रियल्टी क्षेत्र को राहत देने के लिए सरकार की शनिवार को की गयी घोषणाओं का स्वागत करते हुए उद्योग जगत ने कहा कि इससे बाजार की हालत में सुधार होगा। भारतीय निर्यातक महासंघ (फियो) के अध्यक्ष शरद कुमार ने कहा कि निर्यातकों को सस्ती पूंजी उपलब्ध होने और प्रक्रियागत सुधार होने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय उत्पाद प्रतिस्पर्धी बनेंगे। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणाओं का स्वागत करते हुए कहा कि इस समय राहत उपायों की सख्त जरुरत है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मांग गिर रही है और ऐसे समय में सरकार की मदद की जरुरत है।
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) एसोचैम के अध्यक्ष बी के गोयनका ने कहा कि राहत उपायों से निर्यात और आवासीय क्षेत्र की स्थिति में सुधार होगा। राहत पैकेज से भारतीय निर्यातकों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मदद मिलेगी और भारतीय उत्पादों की मांग में इजाफा होगा। गोयनका ने कहा कि निर्यातकों को पूंजी उपलब्ध होने तथा प्रक्रियागत सुधार होने से श्रम आधारित उद्योगों को कपड़ा और हस्तशिल्प क्षेत्र को मदद मिलेगी। रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष डी के अग्रवाल ने कहा कि इन राहत उपायों से भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ष 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढेगी। सरकार के उपायों से वित्त बाजार, विनिर्माण, निर्यात और रियलटी के क्षेत्र में सुधार दिखायी देगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।