नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद 16 सितंबर को इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के प्रमुखों और विशेषज्ञों के साथ इस उद्योग की समस्याओं, अवसरों और सरकार की आकांक्षाओं के बारे में विचार-विमर्श करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार उद्योग जगत की लगभग 50 प्रमुख लोगों ने इस बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है। मोबाइल हैंडसेटों, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक सामाग्रियों, रणनीतिक इलेक्ट्रॉनिक सामाग्रियों, चिकित्सा उपकरणों, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक निर्माण सेवाओं, इलेक्ट्रॉनिक औजारों, दूरसंचार तथा एलईडी लाईटिंग सहित अन्य उद्योगों के प्रतिनिधि भी इसमें भाग लेंगे।
प्रसाद इस बैठक में आगामी वर्षों में इस क्षेत्र के लिए एक दृष्टिकोण पत्र भी पेश करेंगे और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को प्रोत्साहित करेंगे। इस बैठक में ऐपल, सैमसंग, वीवो, ओप्पो, लावा, क्वालकॉम, श्याओमी, डेल, एचपी, फिलिप्स, बोस्क, सिस्को, फ्लैक्सट्रॉनिक्स, फॉक्सकॉन, नोकिया, एलजी, पैनासोनिक, टीडीके, इंटेल, एएमडी, विस्ट्रॉन, डेल्टा, साल्कॉम्प, स्टेरलाइट टेक्नोलॉजीज और निडेक जैसी कंपनियों के प्रमुख भाग लेंगे। इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर के निर्माण के प्रोत्साहन के लिए कई योजनाओं और पहलों के कार्यान्वयन के साथ-साथ उद्योग जगत के प्रयासों से पिछले पांच वर्षों में, विशेषकर आयात को घटाने में काफी सफलता मिली है।