नई दिल्ली। विनिर्माण और खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से इस वर्ष जुलाई में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 4.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जून की तुलना में भी जुलाई महीने में वृद्धि दर्ज की गयी है। जून में आईआईपी 129.2 अंक रहा था जो जुलाई में बढ़कर 131.1 अंक पर पहुंच गया। जुलाई में खनन गतिविधियों में 4.9 प्रतिशत और विनिर्माण में 4.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुयी है जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में यह क्रमश: 3.4 प्रतिशत और 2.8 प्रतिशत रहा था। जुलाई 2018 में बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही थी जो इस वर्ष इसी महीने में गिरकर 4.8 प्रतिशत पर आ गयी है।
इसमें शामिल 22 औद्योगिक समूहों में 13 में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। विनिर्मित खाद्य पदार्थां के समूह में सबसे अधिक 23.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुयी है। इसकके बाद बेसिक मटेरियल्स में 17.3 प्रतिशत, एप्रेल विनिर्माण में 15 प्रतिशत की बढोतरी हुयी है। पेपर एवं पेपर उत्पादों के विनिर्माण में सबसे अधिक 15.4 प्रतिशत की ऋणात्मक बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। इसी तरह से मोटर वाहन के निर्माण में 13.3 प्रतिशत और प्रिंटिंग एवं रिकार्डेड मीडिया के रिप्रोडक्शन में 10.9 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी है।