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कर्ज की भेंट चढ़ी कंपनी, बिकने जा रही एवरेडी, खरीदने की दौड़ में ड्यूरासेल

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 10 2019 1:25AM | Updated Date: Sep 10 2019 1:25AM
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मुंबई। कर्ज में डूबी बैटरी बनाने वाली देश की दिग्गज कंपनी एवरेडी को अमेरिकी कंपनी ड्यूरासेल खरीदने जा रही है। वॉरेन बफे की बर्कशर हैथवे की ड्यूरासेल इंक ने बी. एम. खेतान की फ्लैगशिप कंपनी एवरेडी इंडस्ट्रीज का बैटरी और फ्लैशलाइट बिजनेस खरीदने की होड़ में एनर्जाइजर होल्डिंग्स को पीछे छोड़ दिया है। बता दें कि इससे पहले देश की कई कंपनियां कर्ज के कारण दम तोड़ चुकी हैं, जिनमें जेट एयरवेज, किंगफीशर एयरलाइंस, रिलायंस टेलिकॉम प्रमुख नाम हैं। सूत्रों ने बताया कि ड्यूरासेल 1,600-1,700 करोड़ रुपए में यह डील करने के करीब पहुंच चुकी है। इस सौदे के दायरे में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और एवरेडी ब्रांड शामिल होंगे। एक सू्त्र ने बताया कि पूरी तरह कैश में होने वाली इस स्लंप सेल वाली डील पर बातचीत आखिरी चरण में है।
 
इसकी घोषणा जल्द की जा सकती है। इस डील से एवरेडी इंडस्ट्रीज को अपना कर्ज खत्म करने में मदद मिल सकती है। इस ट्रांजैक्शन पर खेतान फैमिली और ड्यूरासेल के बीच महीनों से बातचीत हो रही है। साथ ही, अमेरिका की एनर्जाइजर से भी बातचीत चल रही थी। अमेरिका और चीन में एवरेडी ब्रांड एनर्जाइजर के पास ही है। खेतान परिवार कई प्राइवेट इक्विटी कंपनियों से भी बातचीत कर रहा था। स्लंप सेल में बेचे जा रहे एसेट के विभिन्न हिस्सों की अलग से वैल्यू नहीं लगाई जाती है। मामले से वाकिफ दो लोगों ने बताया कि अमेरिकी कंपनी ड्यूरासेल के केवल भारत में एवरेडी ब्रांड पर मालिकाना हक मिलेगा। उन्होंने बताया कि वह 1.5 अरब बैटरियां और 2 करोड़ से ज्यादा फ्लैशलाइट्स सालाना बनाने की स्थापित क्षमता की मालिक हो जाएगी।
 
यह बिजनस करीब 900 करोड़ रुपये की आमदनी जुटाता है। एक सूत्र ने बताया, 'एग्रीमेंट के अनुसार, ड्यूरासेल और विलियम्सन मैगर ग्रुप, दोनों एवरेडी इंडस्ट्रीज के मौजूदा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और ब्रांड का उपयोग अपने कारोबारों के लिए करेंगे।' उन्होंने बताया, 'एवरेडी इंडस्ट्रीज अपने ब्रांड और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का उपयोग अपने लाइटिंग और अप्लायंसेज बिजनेस के लिए करती रहेगी और इसके लिए उसे रॉयल्टी नहीं देनी होगी।' बैटरी और फ्लैशलाइट बिजनेस के लिए ड्यूरासेल के प्रस्तावित आॅफर के दायरे में एवरेडी इंडस्ट्रीज का  बिजनेस और वह एफएमसीजी वेंचर नहीं है।
 
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