कोटा। ऑनलाइन सामान बेचने वाली कंपनी स्नैडीपल के मालिक कुणाल बहल और रोहित बंसल पर राजस्थान की कोटा पुलिस ने केस दर्ज किया है। दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता इंदर मोहन सिंह हनी के मुताबिक, उन्होंने स्नैपडील पर वुड्सलैंड कंपनी की बेल्ट और पर्स ऑर्डर किए थे, लेकिन कंपनी ने नकली सामान भेज दिया। पुलिस के अनुसार, इंदरमोहन सिंह ने 17 जुलाई को वुडलैंड कंपनी का सामान ऑर्डर किया था। उन्होंने पेमेंट ऑनलाइन ही कर दिया था। डिलीवरी मिलने पर प्रोडक्ट की क्वालिटी पर शक हुआ तो वुडलैंड के शोरूम में जांच करवाई जहां स्टाफ ने दोनों सामान को नकली बताया। शिकायतकर्ता के अनुसार स्नैपडील ने इससे पहले भी उसके साथ धोखा करने का प्रयास किया था । दरअसल, कुछ महीने पहले घड़ी ऑर्डर करने पर डिलीवरी ही नहीं मिली थी और मैसेज किया कि प्रोडक्ट पहुंच चुका है। हालांकि बाद में शिकायत करने पर रिफंड मिल गया था।
सर्वे में भी हुआ था खुलासा
1. पिछले साल लोकलसर्किल और वेलोसिटी एमआर के सर्वे में भी यह बात सामने आई थी कि स्नैपडील के ग्राहकों को सबसे ज्यादा नकली सामान मिला है।
2. लोकलसर्किल के द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार 6923 लोगों में से 38 फीसदी ग्राहकों ने कहा कि पिछले एक साल में उन्हें ई-कॉमर्स वेबसाइट से नकली सामान प्राप्त हुआ है।
3. 12 फीसदी नकली सामान के साथ स्नैपडील पहले स्थान पर, 11 फीसदी के साथ अमेजॉन दूसरे पर और 6 फीसदी नकली सामान पाने वालों मे फ्लिपकार्ट के ग्राहक हैं।
4. वेलोसिटी एमआर के सर्वे में कहा गया है कि तीन में से एक ग्राहक धोखाधड़ी से शिकार हुए हैं।
ये नकली वस्तुएं टॉप पर
1. ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर ऑर्डर करने के बाद सबसे ज्यादा परफ्यूम, इत्र, जूते, खेल का सामान, कपड़े और बैग नकली मिलते हैं।
2. कई नामी कंपनियां भी फ्लिपकार्ट और शॉपक्लूस को कोर्ट में भी घसीट चुकी हैं।
3. 2017 में नामी कंपनियों को नकली सामान के कारण 3.4 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था।
80 प्रश ग्राहक छोटे शहरों के- स्नैपडील के 80 प्रतिशत से ज्यादा ग्राहक भारत के छोटे शहरों से आते हैं। ई-वाणिज्य कंपनी स्नैपडील ने बीते दो साल में 60,000 से अधिक नये विक्रेता भागीदार जोड़े हैं। इस दौरान उसके यहां सूचीबद्ध उत्पादों की संख्या में पांच करोड़ से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है। राजस्थान के 25,000 से ज्यादा विक्रेता अपने उत्पाद स्नैपडील के जरिये बेच रहे हैं।