नई दिल्ली। जेट एयरवेज के हजारों यात्रियों जिन्होंने एयरलाइन की वैबसाइट, ट्रैवल एजैंटों या ट्रैवल पोर्टल के जरिए टिकटें बुक कराई थी उन्हें रिफंड के मामले में इंतजार करना पड़ रहा है। जिन ट्रैवल एजेंटों ने 17 अप्रैल से पहले रिफंड के दावे फाइल किए थे उन सभी को 100 फीसदी रिफंड मिल गया है और उन्होंने अपने उपभोक्ताओं को यह राशि वापिस कर दी है। जनवरी में सबीना गोम्स ने 82,400 रुपए देकर जेट एयरवेज एयरलाइन वेबसाइट पर सिंगापुर के लिए चार रिटर्न टिकट बुक कराए थे। सबीना और उनके परिवार के सदस्य को 10 मई को 10 दिवसीय वार्षीय ग्रीषम काल अवकाश के लिए जाना था लेकिन एक महीना पहले ही एयरलाइन बंद हो गई कुछ दिन पहले जेट ने अपनी अंतिम उड़ान आॅपरेट की। गोम्स ने चारों टिकट कैंसिल करा दिए और रिफंड मांगा। गोम्स का कहना है कि जेट एयरवेज ने अतीत में कई उड़ानें रद्द की और अनिश्चता की स्थिति पैदा हो गई। मैंने एयरलाइन को टिकटें रद्द करने और रिफंड देने की अपील की। एयरलाइन ने इस बात को स्वीकार किया और मुझे 24 अप्रैल को रिफंड रसीद नंबर भेज दिया 2 महीने बीत गए लेकिन अब तक रिफंड नहीं मिला।
गोम्स ने कहा कि होटल और अन्य बुकिंग का भुगतान किया जा चुका था लेकिन उसे दोबारा चार टिकटें खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस बार यात्रा की स्थिति से एक महीना पुर्व कुआलालंपुर से सिंगापुर जाने के लिए मलेशिया एयरलाइन से टिकटें खरीदी। गोम्स की तरह जेट एयरवेज के हजारों यात्री जिन्होंने एयरलाइन की वेबसाइट या ट्रैवल एजैंटों से टिकट बुक कराई थी उन्हें रिफंड का इंतजार है जिन लोगों ने होटल आदि का भुगतान कर रखा था उन्हें टिकट खरीदने के लिए अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ी। सिरस ट्रेवल्स के मालिक ट्रैवल एजैंट राजेश रोटेरिया ने कहा कि 31 जनवरी को मैंने नकद भुगतान कर नीजि इस्तेमाल के लिए जेट एयरवेज एम्स्टर्डम से मुंबई टिकट खरीदी थी। एयरलाइन्स बंद होने के बाज उन्होंने रिफंड के लिए लिखा और अभी तक रिफंड मिलने का इंतजार है।