नई दिल्ली। नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज का परिचालन अस्थायी तौर पर अप्रैल में ही बंद हो गया था। लाइवमिंट की एक खबर के अनुसार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जेट एयरवेज के शेयरों की ट्रेडिंग पर 28 जून से पाबंदी लगा देगा। जेट के कर्जदाता कंपनी के लिए नया खरीदार ढूंढ रहे हैं। गुरूवार के कारोबारी के बाद जेट एयरवेज के शेयरों में 23 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के बाद निवेशकों को बड़ा झटका लगा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से कारोबार पर प्रतिबंध लगाने के लिए नोटिस जारी कर दिया है, जिसके बाद बंद पड़ी घरेलू एयरलाइन जेट एयरवेज के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। गुरूवार को कंपनी का शेयर 84। 80 रुपए पर पहुंच गया है।
कंपनी का मार्केट कैप घटकर हुआ 970 करोड़
इस गिरावट के बाद कंपनी के मार्केट कैप में भी बड़ी गिरावट आई है, जिसके बाद कंपनी का मार्केट कैप घटकर 970 करोड़ के आस पास आ गया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से लगाई गई रोक के बाद ही यह गिरावट देखी गई है। 28 जून के बाद से कोई भी जेट के शेयरों में ट्रेडिंग नहीं कर पाएगा। इसी की वजह से शेयर को लेकर सेंटीमेंट बिगड़ गए हैं।
गुरूवार को 84 रुपए पर आया कंपनी का शेयर
जेट एयरवेज का शेयर बुधवार को 110। 40 रुपए के पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की घोषणा के बाद गुरूवार को जेट एयरवेज का शेयर 99। 40 के भाव पर खुला और थोड़ी देर में ही यह 84। 80 रुपए के भाव पर आ गया। जेट के शेयरों में इतनी बड़ी गिरावट के बाद बाजार में हलचल मच गई। इस गिरावट के बाद चंद घंटों में ही कंपनी के मार्केट कैप में 267 करोड़ की गिरावट देखने को मिली है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जारी किया सर्कुलर
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि कंपनी को रोलिंग सेग्मेंट से ट्रेड फॉर ट्रेड सेग्मेंट में शिफ्ट किया जाएगा। यह फैसला एक्सचेंजों ने संयुक्त रूप से लिया है और इसको 28 जून से लागू कर दिया जाएगा।
कंपनी ने बंद कर दिया था परिचालन
जेट एयरवेज लंबे समय से नकदी की समस्या से जूझ रही थी, जिसके बाद कहीं से भी मदद ने मिलने के कारण जेट एयरवेज जमीन पर आ गई। जेट एयरवेज ने बीते अप्रैल में अपने परिचालन को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया था। जिसके बाद उसके कर्जदाता कंपनी के लिए नया खरीदार ढूंढ रहे हैं। अभी तक कोई खरीदार न मिलने के कारण कंपनी का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है।