नई दिल्ली। ई-कामर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी स्नैपडील ने डिजिटल वित्तीय सेवा उत्पाद सुलभ कराने वाले प्लेटफार्म रपीपावर में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी है। यह सौदा शेयर व नकद में हुआ है। हालांकि, सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया गया है। इस कदम से स्नैपडील को देश के 4,500 करोड़ रूपए के ऑनलाइन वित्तीय सेवा बाजार में उतरने में मदद मिलेगी। स्नैपडील के सह संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणाल बहल ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘उपभोक्ताओं को आमतौर पर वित्तीय उत्पाद और सेवाओं की खरीद के बारे में फैसला करने में दिक्कत आती है।
इस भागीदारी से वित्तीय सेवा परिवेश में वितरण से जुड़ी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगीऔर यह अधिक समावेशी होगा।’’ हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि यह सौदा कितने में हुआ है। वर्ष 2011 में स्थापित गुड़गांव की रूपीपावर रिण, क्रेडिट कार्ड तथा अन्य पर्सनल फाइनेंस उत्पादों के लिए डिजिटल वितरण प्लेटफार्म उपलब्ध कराती है। रपीपावर के संस्थापक एवं सीईओ तेजस्वी मोहनराम ने कहाअगले एक साल के दौरान हम अपने कर्मचारियों की संख्या में 200 की वृद्धिकरेंगे। इनमें से ज्यादातर इंजीनियर होंगे, जिन्हें वित्तीय सेवा बाजार की समझ होगी।
रपीपावर भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक व बजाज फिनसर्व को अपने भागीदारों में गिनती है। कंपनी का दावा है कि 2014-15 में उसके प्लेटफार्म के जरिए 1,500 करोड़ रूपए का रिण वितरण किया गया। हल ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अगले 24 माह में यह आंकड़ा 6,000 करोड़ रूपए या एक अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि आगे चलकर प्लेटफार्मों का वित्तीय एकीकरण होगा जिससे स्नैपडील के ग्राहक रपीपावर के जरिए उपलब्ध वित्तीय विकल्पों के जरिए खरीद कर सकेंगे।