मुंबई। भारतीय अर्थव्यवस्था को कैशलेस बनाने के लिए नवंबर, 2016 में की गई नोटबंदी के घोषणा के बाद से लेकर अब तक क्रेडिट कार्ड की संख्या में 62.54 फीसदी का इजाफा हुआ है। बीते सवा दो साल में यानी फरवरी, 2019 तक क्रेडिट कार्ड की संख्या 1.77 करोड़ बढ़कर 4.60 करोड़ हो गई है। बैंकिंग क्षेत्र के नियामक भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2016 तक देश के सभी बैंकों ने 2.83 करोड़ क्रेडिट कार्ड जारी किया था। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि नोटबंदी की घोषणा के बाद से विभिन्न बैंकों को अपने-अपने क्रेडिट कार्ड की संख्या बढ़ाने का अवसर दिखा और उन्होंने इसकी संख्या बढ़ाने को सार्थक प्रयास भी किए। अधिकारी के मुताबिक, क्रेडिट कार्डधारकों की ज्यादा संख्या न सिर्फ मजबूत अर्थव्यवस्था का द्योतक है, बल्कि यह इस बात का संकेत है कि कैशलेस ट्रांजेक्शन की तरफ लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। खास कर भारत जैसे देश में, जहां नकदी को सबसे ज्यादा तवज्जो मिलती रही है।