जगदलपुर। छत्तीसगढ के बस्तर जिले के नक्सल प्रभावित दरभा इलाके में कई ऐसे मतदान केंद्र है। जहां दस से पंद्रह किलोमीटर की दूरी तय कर मतदाता वोट डालने पहुंचे। ऐसे ही एक मतदान केंद्र ककालगुर में बनाया गया है। जहां आसपास के दस से बारह गांव के लोग मतदान करने करने साइकल और पैदल पहुंचकर मतदान करने आए। यह वह इलाका है, जहां 2013 में नक्सलियों ने एक बड़ा हमला कर कांग्रेसी नेताओं की हत्या कर दी गई थी।
दरभा ब्लॉक के 30 मतदान केंद्र चित्रकूट और 23 मतदान केंद्र जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। इनमें से कुडूम खुदरा और कले पाल, कांदा नार, और मुंडा गढ़ यह चार नए मतदान केंद्र इस बार बनाए गए हैं। जहां काफी संख्या में लोग आकर मतदान कर रहे हैं। दरभा तहसीलदार मनहरन राठिया कहते हैं की इन इलाके के कई नक्सली समर्थकों ने समर्पण कर समाज की मुख्यधारा को अपनाया है, जिसके चलते लोकतंत्र के महापर्व पर इनकी आस्था बढ़ी है।