रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना से अभी तक किसी कारण से वंचित रहे लोगो के लिए अगले माह से फिर कार्ड बनाने का काम शुरू होगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में शनिवार यहां आयोजित स्वास्थ्य विभाग की बैठक में अधिकारियों ने बताया कि अब तक इन दोनों योजनाओं में प्रदेश के 55 लाख 78 हजार परिवारों के स्मार्ट कार्ड बन चुके हैं। इन स्मार्ट कार्डों में एक अक्टूबर से 50 हजार रूपए तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिलना शुरू हो गई है। स्मार्ट कार्ड के नए पैकेज में हृदय रोग, किडनी, कैंसर और बच्चों की कुछ बीमारियों के इलाज के पैकेज भी शामिल किए गए हैं।
डॉ.सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना के नए पैकेज में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी लोगों को देने के लिए समारोह का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए गांवों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के वार्डों में शिविर लगाए जाएं। डॉ. सिंह ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ देश में अकेला राज्य है, जहां गरीबी रेखा के नीचे और गरीबी के ऊपर के सभी परिवारों को इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सुरक्षा दी जा रही है। इस बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अजय चंद्राकर, मुख्य सचिव विवेक ढांड, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू, आयुक्त आर.प्रसन्ना, संचालक श्रीमती रानू साहू, जनसंपर्क विभाग के संयुक्त सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो और मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव मुकेश बंसल बैठक में उपस्थित थे।
अधिकारियों ने बैठक में बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत प्रदेश के 90 प्रतिशत परिवारों को इन दोनों योजनाओं में कवर किया गया है। आगामी नवंबर माह से छूटे हुए लगभग पांच लाख 55 हजार परिवारों के स्मार्ट कार्ड बनाए जाएंगे। इन दोनों योजनाओं में अब तक 4 लाख 48 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। साहू ने बताया कि पुराने स्मार्ट कार्ड के माध्यम से 50 हजार तक का इलाज की सुविधा चिन्हांकित शासकीय और निजी अस्पतालों में मिलेगी।