पटना-मुंगेर। बिहार के बाद अब शराबबंदी की गूंज भाजपा शासित राज्यों में भी गूंजने लगी है। छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने मंगलवार को कहा कि छत्तीसगढ़ शराबबंदी की ओर बढा है और इसके तहत तीन हजार की आबादी वाले गांवों में शराब की बिक्री नहीं होगी।
बिहार के मुंगेर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रमण ने कहा कि 2000 की आबादी वाले गांवों में शराब की बिक्री बंद कर दी गई है और अब सरकार 3000 की आबादी वाले गांवों को शराब की बिक्री से दूर रखेगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने बिचौलिए और ठेकेदारों के जरिए शराब की बिक्री को खत्म कर दिया है और अब शराब केवल सरकारी दुकानों के जरिए बिकेगी।
बिहार के मुंगेर जिला रमण स्वामी निरंजनानंद सरस्वती से मिलने आए थे और उन्हें हाल में दिए गए पदमश्री सम्मान के लिए बधाई दी। स्वामी निरंजनानंद सरस्वती जो कि छत्तीसगढ के राजनगांव के निवासी थे पर उन्होंने बचपन में अपना घर छोड मुंगेर स्थित योगपीठ में शामिल हो गए थे और वर्तमान में वहां के प्रमुख हैं।
मुंगेर रवाना होने के पूर्व रमण ने पटना स्थित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास जाकर उनसे शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर नीतीश ने रमण को भगवान बुद्ध से संबंधित प्रतीक चिन्ह भेंटस्वरूप दिया।
गौरतलब है कि, नीतीश सरकार द्वारा बिहार में शराबबंदी के बाद अब भाजपा सरकारें भी इस दिशा में कदम बढ़ाने लगी हैं। सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि वे एक-एक कर राज्य में शराब की दुकानें बंद करेंगे।