रायपुर। बीजापुर के ग्राम चिन्ना कोड़ेपाल के उपसरपंच व भाजपा नेता अंगनपल्ली लच्छैया को माओवादियों ने गोलियों से भून दिया। देशी तमंचे से निकली तीन गोलियां लच्छैया के शरीर में जा धंसी और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इससे पहले करीब दर्जनभर माओवादियों ने भाजपा नेता को उसके घर से निकाला, पहले लाठी और डंडों से लच्छैया को जमकर पीटा, उसके बाद गोलियों से भून दिया। हत्या के बाद माओवादियों ने उपसरपंच के परिजनों को धमकी भी दी और चंपत हो गए।
खौफ में पार्टी से इस्तीफा
वनमंत्री महेश गागड़ा के खास मुरली नायडू पर हुए जानलेवा हमले के बाद से भाजपा नेताओं की हत्या का क्रम नहीं टूट रहा है। लगातार हो रहे हमले और माओवादियों की धमकियों की वजह से हाल ही में 17 नेताओं ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, वहीं सुरक्षा नहीं मिलने की वजह से आगामी दिनों में इस्तीफे की फेहरिस्त लंबी हो सकती है।
हो चुके हैं कई हमले
वनमंत्री महेश गागड़ा के काफिले पर दो बार हमला हो चुका है, जिसमें वे बाल-बाल बचे हैं। इसके अलावा कर्मा परिवार के दोनों बेटों पर भी प्राणघातक हमला हो चुका है। इसी तरह मंत्री केदार कश्यप पर भी हमले का असफल प्रयास किया जा चुका है। इन दिनों बस्तर में जिस तरह की गतिविधियां जारी है, उसे देखते हुए आशंका व्यक्त की जा रही है कि आने वाले दिनों में एहतियात नहीं बरतने पर बड़ी चूक से इंकार नहीं किया जा सकता।
मज्जी भी इसी तरह बने थे निशाना
महज पखवाड़ेभर पहले माओवादियों ने भाजपा नेता और जनपद सदस्य रामसाय मज्जी की भी इसी तरह हत्या की थी। माओवादियों ने मज्जी पर आरोप लगाया था कि उसके भेजे दही और घी से संगठन के तीन साथियों की मौत हो गई, साथ ही उसने माओवाद के खिलाफ मुखबिरी शुरू कर दी थी। इसी तरह का आरोप लच्छैया पर भी लगाया गया है। बताया जा रहा है कि माओवादियों ने उसके परिजनों से कहा कि लच्छैया पुलिस का मुखबिर बन गया था, इसलिए उसकी मौत निश्चित हो गई थी।
निशाने पर मंत्री और बड़े नेता
‘दबंग दुनिया’ ने काफी पहले संबंधित खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था और सरकार को आगाह किया था। बता दें कि माओवादियों के निशाने पर अब भी मंत्रीगण और भाजपा के कई दिग्गज हैं, जिनमें वनमंत्री महेश गागड़ा, स्कूल शिक्षामंत्री केदार कश्यप, संगठन नेता बैदू कश्यप, सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी और विधायक संतोष बाफना के अलावा और भी कई नेताओं के नाम शामिल हैं। वहीं दिवंगत कांग्रेस नेता महेन्द्र कर्मा का पूरा परिवार माओवादियों के निशाने पर है।