जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के केंद्रीय जेल जगदलपुर में अब उन कैदियों का आधार कार्ड बनाया जाएगा जिनके पास अब तक कोई पहचान पत्र नहीं है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार शासन की योजना के अनुसार जेल विभाग में ही एक कमरे पर आधार पंजीयन केंद्र खोला जाएगा और उसके माध्यम से कैदियों का आधार कार्ड तैयार किया जाएगा। इस योजना के तहत अब जेल में सजा काट रहे कैदियों को भी आधार कार्ड के माध्यम से एक अलग पहचान मिलेगी।
नये कैदी जब जेल में प्रवेश करेंगे उसी समय उनका भी आधार पंजीयन कर दिया जाएगा, ताकि उन कैदियों की जानकारी यूआईडी के माध्यम से शासन के पास रहे। केंद्रीय जेल में ऐसे 900 से अधिक कैदी हैं, जिनका अब तक आधार कार्ड नहीं बना है, अब इन कैदियों का आधार पंजीयन के साथ ही कार्ड तैयार हो जाएगा। हैदराबाद से यूआईडी लाइसेंस के लिए आवेदन प्रेषित किया गया है। जैसे ही यूआईडी लाइसेंस केंद्रीय केंद्रीय जेल जगदलपुर प्राप्त होगा उसके बाद आधार पंजीयन का कार्य शुरू कर दिया जायेगा।
शासन की पहल से जेल में रहने वाले कैदियों की अब अपनी खुद की आइडेंटिटी होगी और इसका संपूर्ण डाटा सरकार के पास सुरक्षित भी रहेगा। केंद्रीय जेल जगदलपुर में कई सालों से कैदी सजा काट रहे हैं, लेकिन आज तक उनका आईडेंटिटी कार्ड नहीं बन पाया, आधार नही होने के चलते उन्हें कानूनी लड़ाई में काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। जेल अधीक्षक अमित सांडिल्य ने बताया कि पहले से सजा काट रहे कैदियों के अलावा नये कैदी के जेल में प्रवेश करते ही उनकी यूआईडी पंजीयन कर दी जायेगी, इसके अलावा अन्य कैदियों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।