गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पवित्र त्रिवेणी संगम राजिम के तट पर 15 दिनों तक आयोजित होने वाले मेले का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने करते हुए राज्य में शांति, प्रेम एवं सदभाव बने रहने की कामना की है। डॉ. महंत ने कल यहां राजिम माघी पन्नी मेला में कहा कि राजिम के मूल स्वरूप को वापस लाया जायेगा। सैकड़ों वर्ष से राजिम में मेला का आयोजन होता रहा है। शासन की मूलभावना के अनुरूप संस्कृति परंपरा और आध्यात्म को पुन: स्थापित किया जाएगा।
राज्य में शांति, प्रेम और सदभाव बनाये रखने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के अपार खनिज संसाधन को गरीब लोगों की भलाई के लिए उपयोग किया जाएगा। किसानों और श्रमिकों की उन्नति के कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जायेगा। डा. महंत ने यहां राजीव लोचन मंदिर का दर्शन कर राज्य की समृद्धि के लिए पूजा अर्चना कर कामना की और महानदी आरती में शामिल हुए।
इस अवसर पर प्रदेश के संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि यह नई सरकार का पहला आयोजन है जिसे भविष्य में और बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए आमजनों के सुझाव का स्वागत है। राजिम मेले के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ाया जाएगा। स्थानीय कलाकारों और खेल विधाओं को पर्याप्त स्थान दिया जाएगा।