रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय आर्थिक विकास दर की तुलना में राज्य की आर्थिक विकास दर कम होने को स्वीकारते हुए कहा कि उनकी सरकार इसमें बढ़ोत्तरी करने के लिए सभी संभव प्रयास करेंगी। बघेल ने आज विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए बताया कि वर्ष 2018-19 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार स्थिर दर पर वर्ष 2018-19 में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 6.08 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है, जो इसी अवधि के लिए अनुमानित अखिल भारतीय सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत की तुलना में कम है। उन्होने बताया कि वर्ष 2018-19 में स्थिर भाव पर कृषि क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर 3.8 प्रतिशत की वृद्धि के विरूद्ध राज्य में 3.9 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है।
राष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक क्षेत्र में 7.8 प्रतिशत वृद्धि दर की तुलना में राज्य में औद्योगिक क्षेत्र में 5.4 प्रतिशत वृद्धि, और सेवा क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर 7.3 प्रतिशत की वृद्धि के विरूद्ध राज्य में सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत अनुमानित है।
इस प्रकार राज्य की औद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र की अनुमानित वृद्धि दर राष्ट्रीय स्तर से कम रहना अनुमानित है। बघेल ने बताया कि राज्य का सकल घरेलू उत्पाद प्रचलित दर पर वर्ष 2017-18 में 2 लाख 84 हजार करोड़ से बढ़कर वर्ष 2018-19 में 3 लाख 12 हजार करोड़ होना अनुमानित है, जो की पिछले वर्ष की तुलना में 9.66 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2018-19 में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान 17.21 प्रतिशत, औद्योगिक क्षेत्र का योगदान 47.17 प्रतिशत तथा सेवा क्षेत्र का योगदान 35.63 प्रतिशत अनुमानित हैं।
उन्होने बताया कि वर्ष 2018-19 में राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 25 हजार 397 रूपए अनुमानित है जबकि इसी अवधि में राज्य में प्रति व्यक्ति आय 96 हजार 887 रुपए का अनुमान है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय में 11.1 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है जबकि राज्य स्तर पर वृद्धि 7.9 प्रतिशत अनुमानित है। इस प्रकार राज्य में प्रति व्यक्ति आय वृद्धि का प्रतिशत राष्ट्रीय स्तर की तुलना में केवल दो-तिहाई के लगभग है।