नई दिल्ली। रेलवे में ग्रुप डी के पदों के लिए आईटीआई की अनिवार्यता खत्म करने पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को फोन करके बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि ग्रुप डी के पदों के लिए मैट्रिक की योग्यता ही काफी है। आईटीआई की अनिवार्यता खत्म होने से बिहार के लाखों युवकों को फार्म भरने और परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।
मंत्री ने कहा, ‘‘हमें एहसास हुआ कि हमने उम्मीदवारों को पर्याप्त समय नहीं दिया है कि वे समझ सकें कि मानदंड बदल गया है, ऐसे में हमें कक्षा दसवीं की योग्यता की जरूरत है। हमें प्रशिक्षण कार्यक्रम को मजबूत करना है, जिसे हमारी आगे मजबूत करने की योजना है। ऐसे में कोई समस्या नहीं होगी।'
रेलवे के ग्रुप डी पदों के लिए आईटीआई की अनिवार्यता और उम्र सीमा घटाने को लेकर बिहार में अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। कई जगहों पर ट्रेन यातायात बाधित की गई। इससे रेलवे और यात्रियों को काफी नुकसान सहना पडा।
दो दिन पहले रेलमंत्री ने सुशील मोदी की पहल पर उम्र सीमा दो साल बढ़ाने का ऐलान किया, लेकिन उसके बाद भी प्रदर्शन जारी रहा। गुरुवार को भी पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर अभ्यार्थियों ने प्रदर्शन किया, उनकी मांग आईटीआई की अनिवार्यता खत्म करने की थी, जिसे रेलमंत्री गोयल ने आखिरकार मान लिया।