बैडमिंटन में देश को पदक दिलाने वाली सिंधु के शानदार स्पोर्ट्स कॅरियर को देखने के बाद बहुत लोग उनसे इंस्पायर हुए हैं। लेकिन यह सब हासिल करना इतना आसान नहीं था इसके पीछे सिंधु कड़ी तपस्या थी। यदि आप भी पी.वी सिंधु की तरह अपने जीवन में स्पोर्ट्स को अहमियत देते हुए उसे अपना पैशन बनाना और कॅरियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे जरूरी हैं बहुत सी बेसिक बातों की जानकारी होना। कई स्पोर्ट्स एकेडमी अलग-अलग एज ग्रुप में स्टूडेंट्स को एडमिशन देती हैं, जैसे 5-8 वर्ष, 9-14 वर्ष और 15 वर्ष या उससे ज्यादा।
इस तरह शुरू से ही बच्चों की ग्रूमिंग एथलीट के तौर पर होती है। ए इन एकेडमीज या स्पोर्ट्स कॉलेज के द्वारा स्टूडेंट्स को इंटर सिटी व इंटर स्टेट लेवल के कॉम्पटीशन में भेजा जाता है। इसके बाद यह स्टूडेंट की परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है कि वह आगे किस लेवल तक गेम्स खेल पाता है। एक बेहतरीन खिलाड़ी बनने के लिए सही अकेडमी का चुनाव बहुत जरूरी है। अक्सर सही अकेडमी का चुनाव करना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए यदि एकेडमी का चुनाव किया जाए तो ये समस्या भी आसानी से खत्म हो सकती है।