पेरेंट्स का दबाव कहें या पीयर प्रेशर, अक्सर छात्र एडमिशन के वक्त असमंजस की स्थिति में देखे जाते हैं। यहां तक कि जब वक्त होता है, अपने किसी मनचाहे कोर्स में दाखिले का तो उस वक्त वे किसी नामी कॉलेज को तरजीह देने लगते हैं। यहां यह नहीं भूलना होगा कि एडमिशन की दौड़ में छात्र मनपसंद कोर्स के स्थान पर कॉलेज को वरीयता देने लगे हैं।
जानकारों का मानना है कि अगर आपको पहली ही कट आॅफ में अपना मनपसंद विषय मिल जाता है, तो एडमिशन जरूर लेना चाहिए और अपनी सीट सुरक्षित करा लेनी चाहिए। कोर्स चुनते समय न तो दोस्त पर दबाव बनाएं और न ही खुद पर किसी तरह कोई प्रेशर आने दें।
योग्यता
सबसे पहले देखें कि किस विषय की तरफ आपका रुझान है। उसके बाद अपनी योग्यताओं का भी जायजा लें। कुछ पल सोचें कि वे कौन से विशेष कोर्स हैं, जिनमें आप एडमिशन लेने का मन बना रहे हैं। खुद से ही ईमानदारी से पूछें कि क्या ग्रेजुएट लेवल पर ये विषय आपको बोझिल तो नहीं लगने लगेंगे या इनमें दिलचस्पी बरकरार रहेगी।
इसी लाइन में बार-बार सोचने पर आपको अंत में मनचाहा कोर्स साफ दिखाई देने लगेगा। अगर आपको केमिस्ट्री आसान लगती है, तो केमिस्ट्री आॅनर्स में ग्रेजुएशन करें, न कि बीएससी में अपना नाम एनरोल करवाएं। छात्र अक्सर यह सोच लेते हैं कि उनकी दिलचस्पी एक खास विषय में है, तो उन्हें ग्रेजुएशन भी उसी में करनी चाहिए। कोर्स के लिए मन बनाने के बाद अपने मनपसंद कॉलेज में दाखिले के लिए उसे हरगिज न बदलें।
आपको ऐसे कॉलेज की एक सूची तैयार करनी चाहिए, जहां आपका मनपसंद कोर्स पढ़ाया जाता है। इसके अलावा एक ट्रेंड देखा गया है कि बड़े कॉलेज से पढ़ाई करने बाद नौकरी मिलना मुश्किल नहीं होता। यह कुछ हद तक ठीक भी हो सकता है। कैम्पस प्लेसमेंट में निस्संदेह नौकरी मिलना आसान रहता है, लेकिन उस नौकरी में टिके रहना कठिन।
कॉलेज चुनते समय
देखा गया है कि नामचीन कॉलेज और ऐसे कोर्स, जिनकी मांग काफी ज्यादा है, उनकी फीस काफी भारी भरकम होती है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि आप अपने कोर्स को ध्यान में रखते हुए ऐसे कॉलेज का चुनाव करें, जो आपकी जेब पर बोझ न बने। सिर्फ अपने पसंदीदा कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए जरूरत से ज्यादा खर्च करना व्यर्थ ही जाएगा, क्योंकि यहां बात तो सिर्फ ग्रेजुएशन की डिग्री लेने की है, फिर भले ही वह किसी दूसरे कॉलेज से क्यों न ली गई हो। आज अधिकतर एडिमशन प्रोफेशनल कोर्स में लिए जा रहे हैं।
मगर प्रोफेशनल कोर्सेस की पहली मांग है सुविधाएं। इन सुविधाओं की जरूरत कोर्स के दौरान पड़ेगी। इसीलिए पहले इस बारे में यह सुनिश्चित कर लीजिए कि कॉलेज में उससे संबंधित सभी सुविधाएं, जैसे लाइब्रेरी, इंटरनेट, हॉस्टल, प्ले ग्राउंड, प्रयोगशालाएं, आदि हैं भी कि नहीं। जब आप एडमिशन की तैयारी इतना पहले से कर रहे हैं तो कॉलेज की लिस्ट के साथ-साथ आपने कोर्सेज में भी प्राथमिकता तय कर ली होगी।