लोग अब अधिक से अधिक लैपटॉप, कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य टेक्नोलॉजी पर आधारित चीजों का इस्तेमाल करने लगे हैं। इसी के साथ हार्डवेयर एक्सपर्ट्स की डिमांड भी बढ़ रही है। इस प्रोफेशन का हिस्सा होने से पहले ही यदि आप कुछ नामों से दोस्ती कर लें, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। जैसे चिप्स, मदरबोर्ड, प्रोसेसर, रैम, सर्किट बोर्ड और मॉडेम। इसके अलावा डिस्क और प्रिंटर तो हैं ही। हार्डवेयर में डील करने वालों से ऐसी भी अपेक्षा की जाती है कि वो सॉफ्टवेयर के बारे में भी काफी कुछ जानता हो।
ऐसा जानने पर आपकी मोटी कमाई की संभावना एकदम से बढ़ जाती है। इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा साल 2014-15 में जारी राष्ट्रीय आंकड़ों पर नजर डालें तो आईटी सेक्टर में भारी उछाल देखने को मिला है। साल 2020 तक इसके बढ़कर अमेरिकी डॉलर 400 बिलियन हो जाने की संभावना है।
यह फील्ड इन दिनों सीधे तौर पर 3.5 मिलियन और दूसरे माध्यमों से 10 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है। इस सेक्टर के विस्तार और पहुंच को देखते हुए कई लेवल पर कोर्स आॅफर किए जाते हैं, जैसे सर्टिफिकेट कोर्स, अंतरराष्ट्रीय सर्टिफिकेशन, हार्डवेयर व नेटवर्किंग में डिप्लोमा और डिग्री स्तरीय कोर्स। ऐसे कोर्सेस में ट्रेनिंग पर विशेष जोर दिया जाता है।
इन सारे कोर्सेस में बेहतर करने के बाद आप सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर, सिस्टम इंजीनियर, टेक्निकल सपोर्ट, हार्डवेयर इंजीनियर, टेक्निकल सपोर्ट, हेल्प डेस्क टेक्निशियन, आईटी टेक्निशियन, आईटी एडमिनिस्ट्रेटर और फील्ड सर्विस टेक्निशियन के अलावा इंटरनेट स्पेशलिस्ट भी हो सकते हैं। इस फील्ड में आप अमूमन 8 हजार से 10 हजार के बीच की सैलरी से शुरुआत करते हैं। हालांकि प्राइवेट सेक्टर में सैलरी थोड़ी बढ़ के मिलती है।
समय बीतने के साथ-साथ सैलरी में भी इजाफा होता है। आपके कॉन्टेक्ट बढ़ते हैं और आप 50 हजार से 60 हजार रुपए महीना तक आराम से कमा सकते हैं। भारत के बढ़ते कम्प्यूटर उद्योग में तो ऐसे लोगों की डिमांड लगातार बढ़ रही है, तो आप भी एक कदम अच्छे कॅरियर की ओर बढ़ा सकते हैं।