कोई भी व्यंजन खाने में टेस्टी होने के साथ-साथ देखने में भी खूबसूरत होना जरूरी है। व्यंजन की स्टाइलिंग एक स्पैशलाइज्ड आर्ट है, जिसमें फूड स्टाइलिस्ट्स, फोटोग्राफर्स के साथ मिलकर व्यंजनों की खूबसूरत इमेज क्रिएट करते हैं। ऐसे में अगर आप कुलिनरी और फोटोग्राफी का शौक रखते हैं, कुछ क्रिएटिव करना चाहते हैं तो बतौर फूड स्टाइलिस्ट करियर को नया आयाम दे सकते हैं और हॉस्पिटैलिटी सैक्टर से जुड़ सकते हैं। आपने टी.वी. विज्ञापनों, रैस्टोरैंट्स और कुलिनरी मैगजीन्स में ऐसे फूड आइटम्स या डिशेज को देखा होगा, जिन्हें लेने के लिए आपका मन मचल गया होगा। यह भी एक नमूना है प्रैजैंटेशन का, जिसे फूड स्टाइलिंग कहते हैं।
इमेज क्रिएट करना
एक फूड स्टाइलिस्ट व्यंजनों को कुछ इस तरह अरेंज या ऑर्गेनाइज करता है कि मन तुरंत उसे टेस्ट करने या खरीदने को होने लगता है। फूड आइटम्स और डैकोरेटिव सामानों की शॉपिंग से लेकर खाना तैयार करने और फिर उसका फोटो-शूट कराने की जिम्मेदारी एक फूड स्टाइलिस्ट की होती है। शूट से पहले कॉन्सैप्ट क्रिएट करना, सभी जरूरी क्रॉकरी, ग्लासवेयर, कटलरी, फूल, कैंडल, रिबन आदि इकट्ठा करने का काम भी फूड स्टाइलिस्ट का ही होता है।
कह सकते हैं कि एक फूड स्टाइलिस्ट का मकसद खाने की ऐसी इमेज क्रिएट करना होता है कि वह फ्रैश और टेस्टी नजर आए, यानी फूड स्टाइलिस्ट के लिए प्रैजैंटेशन काफी अहम होती है। फूड स्टाइलिस्ट का जॉब चैलेंजिंग है, क्योंकि कुछ समय के बाद खाना खराब होने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि उसका फोटोग्राफर के साथ सही को-ऑर्डीनेशन हो। कई बार आखिरी क्षणों में क्लाइंट की मांग बदल सकती है। इसलिए स्टाइलिस्ट को कभी अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए।
इनोवेटिव हो स्टाइल
लेकिन आपके पास फूड की नॉलेज के साथ-साथ क्राफ्टवर्क और विजुअलाइजेशन पावर होनी चाहिए, ताकि किसी भी डिश को इनोवेटिव स्टाइल से पेश कर सकें। अगर उन्हें फोटोग्राफी आती है तो और भी बेहतर क्योंकि खाना देखने में भले ही कैसा भी क्यों न लगे, एक फोटोग्राफर ही उसकी खूबसूरती को बेहतर तरीके से हाइलाइट कर सकता है, जिससे कि उसे देखते ही मुंह में पानी आ जाए। ऐसे में जिनके पास भी एस्थैटिक सैंस, क्रिएटिव आइडियाज, टैक्निकल नॉलेज, पेशैंस और नैटवर्किंग स्किल है, जो इंडस्ट्री की लेटैस्ट जानकारी रखते हैं, वे सफल फूड स्टाइलिस्ट बन सकते हैं।
योग्यता
एल.बी.आई.आई.एच.एम. के डायरैक्टर कमल कुमार के मुताबिक फूड स्टाइलिंग ऐसा फील्ड है, जिसमें किसी फॉर्मल क्वालीफिकेशन की वैसे तो जरूरत नहीं है लेकिन होटल मैनेजमैंट से संबंधित सर्टीफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री व मास्टर्स आपने किया हुआ है तो यह फील्ड आपके लिए उज्ज्वल भविष्य की राह आसान कर सकता है। फूड स्टाइलिंग कूलनिरी आर्ट के तहत आता है।
अवसर
ए.पी.जी. शिमला यूनिवर्सिटी की एग्जीक्यूटिव डायरैक्टर प्रियंका गोयल के मुताबिक कुछ साल पहले तक फूड स्टाइलिंग ऐड फिल्म्स, प्रिंट ऐड या फूड पैकेजिंग तक ही सीमित था, लेकिन आज फूड और एंटरटेनमैंट इंडस्ट्री की ग्रोथ के साथ संभावनाएं बढ़ी हैं। इन दिनों कुक बुक्स, मैगजींस, एडवर्टाइजिंग एजैंसीज, फिल्म प्रोडक्शन हाऊसेज, पब्लिशिंग हाऊसेज, होटल्स और रैस्टोरैंट्स, डिजाइन हाऊसेज के अलावा फूड बेस्ड रियलिटी शोज में फूड स्टाइलिस्ट की मांग देखी जा रही है।
संस्थान
नैशनल काऊंसिल फॉर होटल मैनेजमैंट एंड केटरिंग टैक्नोलॉजी
ए-34, सैक्टर-62 नोएडा
इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी , मैदान गढ़ी, नई दिल्ली
एल.बी.आई.आई.एच.एम., पीतमपुरा, दिल्ली