मीडिया का क्रेज आजकल काफी बढ़ता जा रहा है। जिससे इस फील्ड में काफी संभावनाएं भी नजर आ रही है। टीवी चैनलों और अखबारों में कार्टून बनाने की कला को दिन ब दिन सराहा जा रहा है। यह एक ऐसी कला है, जिसमें किसी गंभीर विषय को भी रोचक तरीके से प्रदर्शित किया जा सकता है। अगर आप क्रिएटीव है तो इस फील्ड में आपके लिए काफी संभावनाएं हैं।
योग्यता:
कार्टूनिंग को बतौर करियर अपनाने और कॉलेज स्तर पर इसकी पढ़ाई के लिए 12वीं पास होना अनिवार्य है।
कार्टूनिस्ट को रचनात्मकता के साथ ही तकनीकी पक्ष की भी पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए।
अच्छा चित्रकार होने के अलावा कार्टूनिस्ट को कार्टून से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी होनी चाहिए।
एक अच्छे कार्टूनिस्ट का समान्य ज्ञान भी अच्छा होना चाहिए जिससे वो खबरों के अनुसार कार्टून बना सके।
अवसर:
कार्टून की मांग तो प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनो ही क्षेत्र में है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रसार से कार्टूनिस्ट की मांग में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा विज्ञापनों में भी कार्टून का इस्तेमाल पहले से कहीं ज्यादा किया जाने लगा है, क्योंकि जो बात हजारों शब्दों में कही जाती है, उसे एक छोटा कार्टून कुछ ही शब्दों में और बहुत ही कम समय में कह सकता है। वेतन आपकी रचनात्मकता और अनुभव पर निर्भर करता है। इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि अब भारत में भी कार्टूनिंग में काफी अवसर हैं।
प्रमुख संस्थान:
दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट, नई दिल्ली
जे जे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद