टूरिस्ट गाइड एक आकर्षक कॅरियर विकल्प के तौर पर अपनी जगह बना चुका है। यह पर्यटकों को गाइड लाइन देने का काम करते हैं। यह भौगोलिक जानकारी के साथ-साथ सांस्कृतिक, ऎतिहासिक पर्यटन संबंधी जानकारी रखने के साथ ट्रेवल एजेंसी और बड़े-बड़े होटलों की भी जानकारी रखते हैं।
कार्य
किसी भी देश की सामाजिक, सांस्कृतिक परंपराओं से पर्यटकों को अवगत कराने में टूरिस्ट गाइड की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। टूरिस्ट गाइड पर्यटकों के साथ रहकर उन्हें जाने-अनजाने और अनछुए पहलुओं से वाकिफ कराते हैं। यही वो कारण है जिसके चलते आज टूरिस्ट गाइड एक आकर्षक कॅरियर विकल्प के तौर पर अपनी जगह बना चुका है। संबंधित देश के टूरिस्ट गाइड राज्य क्षेत्र की भौगोलिक जानकारी के साथ-साथ सांस्कृतिक, ऐतिहासिक पर्यटन संबंधी जानकारी रखने के साथ ट्रेवल एजेंसी व बडे-बडे होटलों की जानकारी रखते हैं। देश में टूरिस्ट गाइड के लिए भारतीय पर्यटन और ट्रेवल विभाग से टूरिस्ट गाइड का लाइसेंस लेना होता है। लाइसेंस प्राप्त करने के लिए परीक्षा उत्तीर्ण करनी पडती है।
योग्यता
देश के कई संस्थान टूरिज्म ट्रैवल एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट में शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स संचालित करते हैं, जिसमें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रैवल एंड टूरिज्म सबसे खास है, जिन्हें पास करने पर आपको सर्टीफाइड गाइड का लाइसेंस मिलता है। इस क्षेत्र में अगर आप अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो आपको इस क्षेत्र में औपचारिक शिक्षा भी ग्रहण करनी होगी। देश में विभिन्न संस्थान और विश्वविद्यालय टूरिज्म में डिप्लोमा, बैचलर डिग्री और मास्टर्स डिग्री प्रदान करते हैं। डिप्लोमा कोर्स की अवधि अमूमन एक वर्ष होती है, जिसे ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है। आईसीसीआर इस क्षेत्र में जूनियर फेलोशिप भी प्रदान करता है।
प्रमुख संस्थान
इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
जम्मू विश्वविद्यालय,जम्मू
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र
हिमाचल विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश
पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पुडुचेरी
इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म डिपार्टमेंट, सीएसजेएमयू, कानपुर