मुंबई। जेट एयरवेज में वेतन संकट के चलते पायलटों ने गंभीर रुख अपना लिया है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में एयरलाइंस के पायलट अतिरिक्त ड्यूटी नहीं करेंगे। एयरलाइंस के पायलटों ने धमकी दी है कि उनका बकाया वेतन 30 नवंबर तक नहीं दिया गया तो वे अतिरिक्त ड्यूटी नहीं देंगे। अगर इस फैसले को अमलीजामा पहनाया गया तो आने वाले दिनों में जेट एयरवेज की फ्लाइट्सके परिचालन पर भी इसका असर पड़ेगा।
सूत्रों के मुताबिक नरेश गोयल के नियंत्रण वाली यह कंपनी लगातार पिछली तीन तिमाही से घाटे में चल रही है और अपने कुछ कर्मचारियों के वेतन का भुगतान समय से नहीं कर रही है। इसी कारण पायलटों ने कड़ा रुख अपनाया है। अगर पायलट अड़ गए तो एक दिसंबर से वे कोई अतिरिक्त कार्य नहीं करेंगे और बस रोस्टर का ही पालन करेंगे। इस फैसले से प्रबंधन को मौखिक रुप से अवगत करा दिया गया है।
जेट एयरवेज ने इस संबंध में पूछे गए सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। उल्लेखनीय है कि नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के अभियंताओं, वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों के साथ ही करीब 1600 पायलटों को सितंबर की तनख्वाह के 50 फीसद हिस्से का ही भुगतान किया गया है। उन्हें सितंबर की आधी तनख्वाह और अक्टूबर की पूरी तनख्वाह मिलनी बाकी है।