इंदौर। मध्यप्रदेश में 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष में भारत के समग्र निर्यात वृद्धि में अपने हिस्से में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। भारत की औसत निर्यात वृद्धि 0.9 प्रतिशत (नकारात्मधक) रहने के बावजूद राज्य का निर्यात में हिस्सा वर्ष 2013-14 के 4.4 बिलियन यू एस डॉलर से 5.3 प्रतिशत वृद्धि दर्ज कर 2017-18 में 5.3 बिलियन यूएस डॉलर हो गया। इसका खुलासा इंदौर में इंडो ग्लोमबल एसएमई चैम्बलर (आईजीएससी) के साथ मिलकर आयोजित मप्र के लिए निर्यात रणनीति सेमिनार के दौरान किया गया।
राज्य के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम में टेक्साटाइल, औषधि उद्योग, लाइट इंजीनियरिंग, खाद्य उत्पाद, रेडीमेड कपड़े आदि क्षेत्रों में एमएसएमई निर्यातकों ने हिस्साा लिया। इस सेमिनार के पैनलिस्टोंज में मध्यप्रदेश सरकार, ईसीजीसी लि. डीजीएफटी, एमपी स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोशिएशन, आई जी एस सी तथा एक्जिस बैंक के अधिकारी थे।
इस सेमिनार में एक चर्चा सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें राज्य के प्रमुख एवं छोटे निर्यातकों ने अनुभवों को भी साझा किया। प्रहलादन अय्यर, मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय निर्यात-आयात बैंक ने अपने संबोधन में कहा निर्यात को बढ़ाने हेतु भारत सरकार विशेष जोर दे रही है तथा अगले 5 से 7 वर्षों में राष्ट्रीय निर्यात लक्ष्य 1 ट्रिलियन यूएस डॉलर का है। इसे प्राप्त करने में मध्यप्रदेश अहम भूमिका निभा सकता है।