नई दिल्ली। खुदरा कारोबारियों का संगठन अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैट) खुदरा कारोबार की अमेरिकी कंपनी वालमार्ट और ई-कॉमर्स की भारतीय कंपनी फ्लिपकार्ट के बीच हुए बहुचर्चित सौदे के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहा है।
परिसंघ के अनुसार वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति के प्रावधानों की धज्जियां उड़ाई गई हैं और वॉलमार्ट पिछले दरवाजे से भारतीय खुदरा बाजार में घुसने का प्रयास कर रही है। परिसंघ के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि सौदे को लेकर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु को एक पत्र लिखा है जिसमें इस सौदे की गहराई से जांच करने का अनुरोध किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए व्यापारियों ने प्रतिस्पर्धा आयोग का दरवाजा खटखटाने का निश्चय किया है। आयोग के समक्ष प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, साइबर सुरक्षा, ई-कॉमर्स के जरिए भारतीय खुदरा बाजार में प्रवेश से जुड़े मुद्दे उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय खुदरा बाजार के लिए वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदा विनाशकारी साबित होगा। इससे करोड़ों लोगों का रोजगार खतरे में पड़ जाएगा और अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।