नई दिल्ली। राजस्व आसूचना निदेशालय ने मिनरल स्प्रिट के नाम पर दुबई से डीजल आयात करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक करोड़ रुपए मूल्य का डीजल जब्त कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि हैदराबाद स्थित राजस्व आसूचना निदेशालय ने आंध्र प्रदेश राज्य सतर्कता विभाग से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की है। यह जानकारी दी गयी थी कि काकिनाड़ा और चेन्नई में कुछ आॅपरेटर 'मिनरल स्प्रिट' बताकर दुबई से नियमित डीजल का आयात कर रहे हैं और उसे तमिलनाडु, आँध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में बेचते हैं। इसका आयात करने के लिए उन्होंने दुबई में एक फर्जी कंपनी बना रखी थी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, गत 17 अप्रैल से राजस्व आसूचना निदेशालय हैदराबाद और चेन्नई के अधिकारियों ने जांच और तलाशी प्रारंभ की। इस दौरान यह जानकारी मिली कि एसएएफ पेट्रोलियम और आदित्य मैरीना चेन्नई बंदरगाह पर 14 कंटेनर में मिनरल स्प्रिट आयात किये हैं। इन कंटेनरों में करीब तीन लाख लीटर डीजल था। पूछताछ के दौरान आॅपरेटरों के खुलासे और रसायनिक जांच में यह पुष्टि हुयी कि कंटेनर में आयातित द्रव्य मिनरल स्प्रिट नहीं डीजल है। इसके बाद काकिनाड़ा और चेन्नई में आॅपरेटरों/आयातकों, क्लियिरंग एजेंटों, परिवहन दलालों, निरीक्षकों और हवाला कारोबारियों के 12 ठिकानों पर छापेमारी की गयी है।
बयान में अनुसार, विदेश व्यापार नीति के तहत डीजल का आयात प्रतिबंधित है और सिर्फ तेल विपणन कंपनियों को ही कच्चे तेल का आयात करने की अनुमति मिली हुयी है। काकिनाड़ा और चेन्नई के आॅपरेटरों ने न सिर्फ डीजल का मिनरल स्प्रिट के नाम पर आयात किया बल्कि इसकी कीमत भी वास्तविक मूल्य से करीब 40 प्रतिशत कम बताकर सीमा शुल्क की चोरी की गयी। जांच पड़ताल में पता चला कि ये आॅपरेटर अब तक 285 कंटेनर में 17.7 करोड़ रुपए मूल्य के करीब 63 लाख लीटर डीजल का आयात कर चुके हैं। जांच दल ने मौके से एक करोड़ रुपए मूल्य से अधिक के 14 कंटेनरों में रखा डीजल जब्त करते हुये एक हवाला कारोबारी सहित चार लोगों को सीमा शुल्क कानून, 1962 के तहत गिरफ्तार किया है।