नई दिल्ली। रिलायंस जियो की लॉंचिंग के बाद से ही सभी दूरसंचार कंपनियों के बीच ग्राहकों को अपनी ओर खींचने की होड़ मच गई थी। इसके लिए कंपनियों ने कई आॅफर और सस्ते प्लान लॉन्च किए थे। सभी टेलीकॉम कंपनियों के बीच प्राइस वार छिड़ गया था। घाटा उठाने के बावजूद भी कंपनियां अपने ग्राहकों सस्ती सुविधाएं उपलब्ध करवाने में जुटी हुई थी। लेकिन अब ऐसा लगता है कि जियो का असर कुछ कम होता दिख रहा है। अब सभी कंपनियों ने इसका नया रास्ता निकाल लिया है।
अब कंपनियां अपने सस्ते प्लान लॉन्च करने के बजाय अधिक डेटा और आकर्षक आॅफर्स दे सकते हैं। टेलीकॉम बाजार के जानकारों के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में लोगों के मोबाइल बिलों में 90 प्रतिशत तक की कमी आई। पिछले साल के मुकाबले डेटा के लिए भी यूजर्स को कम में काफी डेटा मिला। टैरिफ वॉर में जून 2016 से दिसंबर 2017 के बीच पुरानी कंपनियों एयरटेल, वोडाफोन को सालाना रेवेन्यू में 9.5 बिलियन डॉलर (करीब 617.5 अरब रुपए) तक का घाटा हुआ। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में मोबाइल फोन यूजर्स को मासिक बिलों में अधिक से अधिक 10 से 15 प्रतिशत का फायदा ही होगा। हालांकि यूजर्स को अधिक डेटा जैसे आॅफर्स आने वाले दिनों में जरूर मिलेंगे।