मुंबई। रिटेल लोन पोर्टफोलियो को प्रोत्साहित करने के लिए देश के सबसे बड़े कर्जदाता स्टेट बैंक आॅफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने कई रिटेल लोन्स पर प्रोसेसिंग फी में भारी छूट दी है। यह फी माफी दूसरे बैंकों के होम लोन्स को टेकओवर करने पर मिलने वाली छूट के अतिरिक्त है।
बैंक ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया कि कार लोन, पर्सनल गोल्ड लोन और दूसरे पर्सनल लोन्स पर प्रोसेसिंग फी में 100 फीसदी तक छूट दी जाएगी।
यह बैंक द्वारा घोषित ‘त्योहारी उत्सव’ योजना का हिस्सा है। कार लोन्स पर प्रोसेसिंग फी उन ग्राहकों की माफ की जाएगी जो 31 दिसंबर 2017 तक अप्लाई करेंगे। इसके अलावा बैंक ने 31 अक्टूबर 2017 तक के लिए पर्सनल गोल्ड लोन पर प्रोसेसिंग में 50 फीसदी छूट देने की घोषणा की है।
30 सितंबर 2017 तक ग्राहक ‘एक्सप्रेस क्रेडिट’ पर्सनल लोन पर प्रोसेसिंग फी में 50 फीसदी की छूट प्राप्त कर सकते हैं। कंपनी ने यह घोषणा सेविंग अकाउंट्स में जमा राशि पर ब्याज दर में कमी के तीन सप्ताह बाद की है। इसके बाद रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने भी नीतिगत दर में 25 बेसिस पॉइंट की कमी की है। अधिकारियों के मुताबिक इस महीने के अंत में एसबीआई समीक्षा के दौरान एमसीएलआर दर में कटौती कर सकती है।
क्या है एमसीएलआर?
एमसीएलआर, मार्जिनल कॉस्ट आॅफ फंड्स पर आधारित लेंडिंग रेट है, जो कर्ज दरें तय करने के लिए बैंकों का फॉम्युर्ला है। एमसीएलआर, बॉरोइंग रेट और डिपॉजिट रेट के आधार पर तय होता है।
बचत खातों की दर में कटौती पर विचार
कोयंबटूर। बैंक आॅफ इंडिया भी स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की तर्ज पर बचत खातों के ब्याज दर में कटौती करने पर विचार कर रहा है। बैंक के कार्यकारी निदेशक आरएस शंकरनारायणन ने कहा बचत खातों की दर तथा जमा राशि की ब्याज दर में कटौती पर विचार किया जा रहा है। बचत खाते की दर हो सकता है तुरंत कम न की जाए पर इस पर विचार किया जा रहा है।