नई दिल्ली। देश की राजधानी में प्याज और टमाटर की बढ़ती कीमतों ने लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया है। पिछले एक महीने में प्याज की कीमतों में करीब तीन गुना बढ़ोतरी हुई है, तो वहीं महंगा टमाटर सस्ता होने का नाम नहीं ले रहा। थोक विक्रेताओं की मानें तो दिवाली तक प्याज की कीमतों में गिरावट नहीं आएगी।
मतलब यह कि आने वाले दिनों में महंगा प्याज लोगों को और रुलाएगा। प्याज की तरह टमाटर के दाम में भी गिरावट के आसार बेहद कम है। हालात ये है कि दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद के बाशिंदे प्याज और टमाटर खरीदने के लिए फुटकर विक्रेताओं के बजाय सब्जी मंडियों का रुख कर रहे हैं।
क्यों बढ़ रहे प्याज-टमाटर के दाम?
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की मंडियों में प्याज मध्य प्रदेश, नासिक, पुणे और राजस्थान से आता है। इसी तरह टमाटर महाराष्ट्र, बेंगलुरु और हिमाचल प्रदेश से आता है। इसके बाद फुटकर विक्रेता प्याज-टमाटर खरीदते हैं। इलाके की सबसे बड़ी गाजीपुर मंडी में प्याज का थोक व्यापारी मुकेश कुमार ने बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि प्याज की पैदावार या आवक कम है, लेकिन मंडियों तक पहुंचने वाला प्याज किसानों से ही नीलामी में महंगा उठ रहा है। इसके बाद परिवहन चार्ज, लोडिंग चार्ज आदि के चलते मंडी में ही प्याज के दाम 20 से 24 रुपए प्रति किलो तक हो गए हैं।
टमाटर की फसल हो गई खराब
कुछ यही हाल टमाटर के हैं। गाजीपुर मंडी के महासचिव और टमाटर के थोक विक्रेता जगदीश बजाज के मुताबिक बरसात की वजह से टमाटर की कई फसलें खराब हुईं। सिर्फ हिमाचल में टमाटर की पैदावार बच सकी है। फिलहाल वहीं से टमाटर एनसीआर पहुंच रहा है। बजाज के मुताबिक टमाटर के दाम में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन जब तक नई फसलें दिल्ली की मंडियों में नहीं पहुंचेंगी, तब तक आम राजधानी वासी के लिए टमाटर के दाम 35 से 45 रुपए के आस-पास ही बने रहेंगे।