नई दिल्ली। मोटोरोला ने पहली बार कभी ना टूटने वाली स्क्रीन के साथ स्मार्टफोन लॉन्च किया था। अब कंपनी पहला ऐसा स्मार्टफोन लाने की तैयारी में दिख रही है जिसकी स्क्रीन क्रैक होने पर खुद से ठीक हो जाए।
लेनोवो ने हाल में ही अमेरिकी पेटेंट और ट्रेडमार्क ऑफिस में एक पेटेंट लिए आवेदन किया है जिसके तहत स्क्रीन टूटने पर खद से ठीक होने वाली तकनीक का जिक्र है। पेटेंट के मुताबिक स्क्रीन डैमेज होने पर मेमोरी पॉलिमर और हीट के जरिए इसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए एक ऐप डिजाइन किया जा सकता है जो ये बता सकता है कि फोन की रिपेयरिंग कहां से शुरू होगी।
एलजी ने भी लॉन्च की यह तकनीक
यह पहली बार नहीं है जब स्मार्टफोन में सेल्फ-हीलिंग तकनीक के बारे में सुना गया हो। इससे पहले एलजी ने सबसे पहला ऐसा स्मार्टफोन लॉन्च किया था। एलजी G Flex 2 को साल 2015 में सेल्फ-हीलिंग तकनीक के साथ लॉन्च किया गया था। साथ ही कंपनी ने दावा किया था कि यह 24 घंटे से कम में कट्स और स्क्रैचेज को रिपेयर कर सकता है।
क्या है सेल्फ-हीलिंग तकनीक?
रिपोर्ट के मुताबिक, मोटोरोला एक सेल्फ-हीलिंग तकनीक लेकर आएगा जो फोन के क्रैक्स को डिटेक्ट करेगा और यूजर को नोटिफाई करेगा। एक बार जब यूजर को पता चल जाएगा कि फोन की स्क्रीन डैमेज हो गई है तो उस पर हीट अप्लाई कर ग्लास के कट्स और स्क्रैचेज को ठीक किया जा सकता है। हालांकि, इसके पेटेंट पर मोटोरोला ने कहा है कि यह तरीका पूरी तरह से कारगर नहीं है। क्योंकि स्क्रीन, स्मार्टफोन का सबसे अहम हिस्सा होता है। अगर यह गलती से टूट जाती है तो यूजर के पास इसे रिप्लेस कराने या नया फोन खरीदने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता।