मुंबई। देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन तेजस को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हरी झंडी दिखा दी। 200 किलीमीटर/घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली तेजस को मुंबई के छत्रपति शिवाजी स्टेशन से गोवा के लिए रवाना किया गया। तेजस अपनी रफ्तार और नए फीचर्स से लोगों की नजर में चढ़ी, लेकिन इससे जुड़ा एक शर्मनाक मामला सामना आया है।
रेल अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के पहले दिन ही लोगों ने अजीबो-गरीब हरकत की। वे प्रशासन की ओर से दी गई हेडफोन्स चुरा कर ले गए। इतना ही नहीं सीट के पीछ लगी स्क्रीन्स पर स्क्रैच तक मारकर चले गए। दरअसल, लोगों को सीट के पीछ लगी स्क्रीन्स में म्यूजिक सुनने के लिए लोगों हेडफोन्स दिए गए थे।
बता दें कि 24 मई को तेजस मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से सुबह पांच बजे चलकर उसी दिन दोपहर डेढ़ बजे गोवा के करमाली पहुंची। वहीं करमाली से तेजस दोपहर ढाई बजे रवाना होकर रात ग्यारह बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पहुंची।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को हेडफॉन्स देने से पहले बता दिया गया था कि वे इसे वापस कर दें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक जब ये पूछा गया कि हेडफोन्स की कोस्ट क्या है, तो बताया गया है कि वह ज्यादा महंगी नहीं हैं। प्रशासन ने बताया कि तेजस की सबसे सस्ती टिकट 1,185 रुपये है और सबसे महंगी 2,740 रुपये है।