मुंबई। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर पड़ने से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 18 पैसे की तेजी के साथ डेढ़ सप्ताह के उच्चतम स्तर 64.44 रुपए प्रति डॉलर पर पहुँच गया। पिछले कारोबारी दिवस पर भारतीय मुद्रा छह पैसे टूटकर 64.62 रुपए प्रति डॉलर बोली गई थी। फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के पहले चरण में इमैन्युएल मैक्रॉन के सफल रहने से यूरो में आई जबरदस्त तेजी के दबाव में दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर कमजोर पड़ गया है।
आगामी 07 मई को होने वाले दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव में मैक्रॉन की जीत अब तय मानी जा रही है। अंतिम चरण में उनका मुकाबला दक्षिणपंथी नेता मारिन ल पेन से होगा। मैक्रॉन के राष्ट्रपति बनने की संभावना को लेकर निवेशक काफी उत्साहित हैं। डॉलर की कमजोरी का लाभ लेते हुई रुपया 12 पैसे की बढ़त में 64.50 रुपए प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान 64.54 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद लगातार मजबूत होता हुआ
यह 64.43 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुँच गया। बाजार बंद होते समय गत कारोबारी दिवस की तुलना में यह 18 पैसे ऊपर 64.44 रुपये प्रति डॉलर पर खुला जो 13 अप्रैल के बाद का उच्चतम स्तर है। कारोबारियों ने बताया कि कमजोर डॉलर से रुपया मजबूत हुआ है। साथ ही घरेलू शेयर बाजार के एक प्रतिशत की बढ़त में रहने से भी इसे समर्थन मिला।