नई दिल्ली। संचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 50 खरब डॉलर की ओर बढ़ रही है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स की भी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में बड़ी भूमिका होगी। प्रसाद ने जयपुरिया स्कूल ऑफ बिज़नेस द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आयोजित एक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुये कहा कि उन्होंने आईटी इंडस्ट्री की तेज विकास के बारे बताया और कहा कि यह नये भारत के निर्माण में अहम् भूमिका निभा रही है।
उन्होंने युवाओं की प्रतिभा और आईटी के ज्ञान का लाभ लेने के लिए भारत सरकार उठाये गये कदमों का उल्लेख करते हुये कहा कि देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था में तेजी से बढोतरी हो रही है और अब एआई एवं आईओटी का उपयोग हर क्षेत्र में बढ़ने लगा है। श्री प्रसाद ने आयोजन के थीम पर एक पुस्तक का भी लोकार्पण किया। इस मौके पर जयपुरिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्युशंस के अध्यक्ष शिशिर जयपुरिया ने कहा कि भारत के लिए आर्टिफिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की मदद से गरीबी एवं निरक्षरता दूर करने तथा प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव को कम करने का यह बड़ा अवसर है। उन्होंने चंद्रयाण 2 का उल्लेख करते हुये कहा कि भारत ने दुनिया को दिखा दिया कि वह प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी है।