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मारुति ने त्यौहारी सीजन में वाहनों की बिक्री बढने की जताई उम्‍मीद

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 15 2019 1:25PM | Updated Date: Sep 15 2019 1:25PM
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नई दिल्ली। देश के आटोमोबाइल क्षेत्र में दो वर्ष की सर्वाधिक मंदी के कारणों को लेकर छिड़ी बहस के बीच अग्रणी यात्री कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड चालू त्यौहारी सीजन में वाहनों की बिक्री बढ़ने को लेकर पूरी तरह आशान्वित है किंतु संभावित बढ़ी मांग को आगे भी सतत रुप से कैसे बरकरार रखा जाये इसे लेकर फ्रिकमंद है। अगस्त..19 में देश में वाहन बिक्री में आई गिरावट के लिए अलग-अलग कारण गिनाये जा रहे हैं और इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है । मारुति सुजुकी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि वाहनों की मांग में कमी कोई एक माह में नहीं आई है । उन्होंने कहा कि 2018..19 की पहली तिमाही के बाद जुलाई..18 से वाहनों की बिक्री में गिरावट का दौर शुरु हुआ और यह पिछले 14 माह में गहराता चला गया। श्रीवास्तव ने कहा कि पिछले साल केरल में ओणम के मौके पर आई भयंकर बाढ़ से दक्षिण के क्षेत्रों में मांग पर असर पड़ना शुरु हुआ था और वह बराबर बढ़ता चला गया । उन्होंने कहा कि इस ओणम से फिर त्यौहारी सीजन की मांग शुरु हुई है ।
 
वाहन खरीदने के इच्छुक ग्राहकों की तरफ से पूछ परख बढ़ने लगी है और उम्मीद है कि नवरात्र से मांग निकलनी शुरु हो जायेगी । कार्यकारी निदेशक ने कहा कि दो माह के त्यौहारी सीजन के दौरान मांग अच्छी रहने की उम्मीद है किंतु इस संभावित मांग को आगे भी कैसे बरकरार रखा जाये इस पर नजर रखने की जरुरत है । वाहन बिक्री में आई गिरावट का उल्लेख करते हुए श्रीवास्तव ने कहा नियामक बदलावों से कारों की कीमत में खासी बढ़ोतरी हुई । खरीदार को वाहन खरीदने के लिए रिण मिलने में दिक्कत , बीएस4 से बीएस 6 को लेकर ग्राहकों में संशय की स्थिति मांग में कमी के मुख्य कारण रहे। उन्होंने बताया कि नियामक बदलाव से कारों में सुरक्षा के लिहाज से विभिन्न सहूलियतों को उपलब्ध कराना, राज्यों के पथकर में सात प्रतिशत बढ़ोतरी और उच्चतम न्यायालय के नये वाहन की खरीद पर तीन साल का बीमा अनिवार्य करना आदि की वजह से कीमतों में बढ़ोतरी हुई। श्रीवास्तव ने कहा कि इन कारणों से मारुति की छोटी कार अल्टों के दाम ही 15 से 21 प्रतिशत के बीच बढ़ गए। रिजर्व बैंक ने रेपो दर को 6.50 से घटाकर 5.30 प्रतिशत कर दिया किंतु बैंकों ने ब्याज दर में मुश्किल से 10 से 15 आधार अंक की कटौती की।
 
नये खरीदारों को वाहन खरीदने के लिए रिण लेने में औपचारिकताओं के बढ़ने के साथ ही बैंकों ने डीलरों को भी कर्ज मुहैया कराने में कड़ा रुख दिखाया। मारुति की तरफ से डीलरों को कर्ज लेने में आ रही दिक्कतों के संबंध में श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी ने इस दिशा में कदम उठाया है और जिन डीलरों का रिकार्ड अच्छा है उनके लिए बैंकों से इन्वेंटरी रिण दिलाने में मदद की है। इसके लिए बैंक आफ बड़ौदा और फैडरल बैंक के साथ करार किया गया है । उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मारुति ने अपने बिक्री नेटवर्क में नये माडल लाने में कोई कोताही नहीं बरती और बीएस6 को अगले साल एक अप्रैल से लागू होना है। इसके बावजूद कम्पनी ने बीएस6 के अनुपालन वाले कम्प्लाइयंट पेट्रोल माडल्जा बाजार में पॉलिसी लागू होने के लगभग एक साल पहले से उतारना शुरू कर दिया। ये सात बीएस 6 कम्प्लाइयंट पेट्रोल मॉडल है अल्टो बलेनो वेगनआर (1.2 लीटर) स्वफिट डिजायर अर्टिगा  और एक्स एल 6 एक और माडल इस माह उतारने की तैयारी है। ये सभी बीएस 6 पेट्रोल मॉडल बीएस 4 पेट्रोल से भी बखूब चलते है और इसलिये देशभर में उपलब्ध है। श्रीवास्तव ने कहा कि कुछ ग्राहक इस उम्मीद में है कि अगले बीएस6 मानक के प्रभावी होने से बीएस4 के वाहनों के दामों में और गिरावट आयेगी । कुछ अन्य ग्राहक इस भ्रम में है कि बीएस 6 ईंधन आने के बाद उनकी बीएस4 गाड़ी नहीं चल पायेगी।
 
कंपनी बीएस4 डीजल गाड़यिों को लेकर ग्राहकों की आशंका दूर कर रही है। कंपनी ने बीएस4 डीजल के वाहनों के लिए पांच साल की वारंटी निकाली है । उन्होंने कहा कि फिलहाल डीजल चलित कारें पेट्रोल की तुलना में एक लाख से सवा लाख रुपए तक मंहगी हैं । पेट्रोल वाहनों को बीएस4 से बीएस6 में परिवर्तित करने पर महज 20 हजार रुपए का खर्च आयेगा जबकि डीजल पर यह व्यय सवा लाख रुपए तक होगा । ऐसे में उम्मीद है कि पेट्रोल और डीजल की कारों के दाम में अंतर अधिक हो जाने पर ग्राहकों का रुझान पेट्रोल चलित कारों पर अधिक नजर आयेगा। आटोमोबाइल उद्योग की वाहन बिक्री की गिरावट को देखते हुए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कम करने संबंधी मांग पर श्रीवास्तव ने कहा इस पर कंपनी ने अभी ज्यादा सोच विचार नहीं कर रही है और वह अपनी तरफ से लागत को कम करने की दिशा में काम कर रही है । वाहन क्षेत्र के लिए ‘स्क्रेपिंग’नीति के संबंध में पूछे जाने पर कार्यकारी निदेशक ने कहा कि दुपहिया क्षेत्र के लिए आई नीति को देखते हुए उम्मीद है कि इसके आने पर सकारात्मक असर होगा। उन्होंने कहा कि कंपनी की तरफ से फिलहाल ग्राहक कार खरीद पर एक लाख रुपए तक की आकर्षक छूट केवल इस माह में दी जा रही है। मारुति के देश में बिकने वाली कारों के पहले दस माडलों में शामिल ‘स्विफ्ट’ में 77,700 रुपए तो विटारा ब्रेजा में 101,200 रुपए की छूट दी जा रही है । ईको में यह 50,000 रुपए तो छोटी कार अल्टो , अल्टो के10 और सेलेरिया में 65,000 और डिजायर सेडान में 84,100 रुपए है। 
 
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