अमृतसर। भारतीय रिज़र्व बैंक,चंडीगढ़ के वित्तीय समावेशन और विकास विभाग ने 23 अगस्त को एमएसएमई उद्यमियों के लिए अमृतसर, पंजाब में टाउन हॉल बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता अनिल के शर्मा, कार्यपालक निदेशक, भारतीय रिज़र्व बैंक ने की। इस बैठक में रचना दीक्षित, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिज़र्व बैंक, चंडीगढ़, शिवदुलार सिंह ढिल्लो, उपायुक्त, अमृतसर, अनिल कुमार यादव, महाप्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक, चंडीगढ़; जे पी एस बिंद्रा, मुख्य महाप्रबंधक,नाबार्ड, राहुल प्रियदर्शी, महाप्रबंधक, सिडबी, प्रणय रंजन द्विवेदी, उप महाप्रबंधक,भारतीय स्टेट बैंक, संजीव कुमार दुबे, अध्यक्ष, पंजाब ग्रामीण बैंक तथा विभिन्न औद्योगिक संघों के प्रतिनिधि और क्षेत्र में सक्रिय बैंकों के अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। अमृतसर के विभिन्न उद्योगों जैसे टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग इकाइयों, राइस मिलर्स की इकाइयों के एमएसएमई उद्यमियों और बैंकों से आए करीब 200 ने टाउन हॉल की बैठक में भाग लिया।
इसके अतिरिक्त सहायक निदेशक एमएसएमई-डीआई, प्रतिनिधि, उद्योग और वाणिज्य विभाग, पंजाब सरकार, नियंत्रक कार्यालयों के कुछ वरिष्ठ बैंकर और अमृतसर क्षेत्र की एमएसएमई शाखाओं के अधिकारियों ने भी टाउन हॉल बैठक में भाग लिया। कार्यपालक निदेशक ने बताया कि टाउन हॉल बैठक का उद्देश्य एमएसएमई ग्राहकों को ऋण देने के लिए बैंक योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करना एवं बैंकरों और उद्यमियों को एक साथ लाकर उनके बीच मुद्दों को हल करना है। उन्होंने बैक से आए प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि एमएसएमई ऋण लेने वालों से निपटने के लिए एक सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण रखें और इन इकाइयों को समय पर और पर्याप्त वित्त उपलब्ध कराएँ।
उन्होंने बैंकरों से उद्यमियों को विभिन्न एमएसएमई ऋण उत्पादों के बारे में जानकारी का प्रसार करने की भी सलाह दी। अमृतसर के उपायुक्त ने अमृतसर के एमएसएमई उद्योग के बारे में बताया कि यह सेक्टर रोजगार प्रदाता के रूप में अग्रिम भूमिका अदा करता है। इसी के साथ उन्होंने अमृतसर के सांस्कृतिक धरोहर के बारे में कहा कि अमृतसर के पर्यटन उद्योग मे एमएसएमई क्षेत्र के योगदान की सराहना की। सिडबी से आये अधिकारी ने अपनी प्रस्तुति द्वारा एमएसएमई क्षेत्र के लिए सिडबी द्वारा चल रही विविध योजनाओं की जानकारी दी। सभी बैंकर्स ने एमएसएमई क्षेत्र को अपना पूर्ण समर्थन प्रदान करने की इच्छा व्यक्त की।