मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पैसे ट्रांसफर के लिए आरटीजीएस (RTGS) और एनईएफटी (NEFT) चार्ज हटाने के लिए बैंकों को आदेश दिया है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने 1 जुलाई से बैंकों को नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फ़ंड ट्रांसफ़र (NEFT) सिस्टम और रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) सिस्टम शुल्क वापस लेने का निर्देश दिया है। यानी अब 1 जुलाई से ग्राहकों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बीते दिनों डिजिटल लेन-देन को मजबूत बनाने के इरादे से आरटीजीएस और नेफ्ट के जरिये धन अंतरण (लेन-देन) के लिए बैंकों पर लगने वाले शुल्क समाप्त करने की घोषणा की थी और बैंकों को इसका लाभ ग्राहकों को देने को कहा था।
उम्मीद है कि जल्द ही बैंक इन दोनों माध्यमों से पैसा भेजने पर लगनने वाले शुल्क को खत्म कर देंगे। दो लाख रुपये से अधिक की राशि तत्काल दूसरे के खाते में भेजने के लिए आरटीजीएस का उपयोग किया जाता है। 2 लाख रुपये तक की राशि भेजने में के लिए एनईएफटी है।