नई दिल्ली। नेस्ले इंडिया 320 करोड़ रुपए मूल्य के मैगी नूडल्स को नष्ट करने की तैयारी में है। कंपनी ने इसके लिए स्टॉक वापसी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि मैगी में सीसा पाए जाने और स्वाद बढ़ाने वाला मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) सीमा से अधिक पाए जाने पर केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने इसके सभी 9 उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
भारत सहित अन्य देशों में मैगी की गुणवत्ता के विवादों में फंसी नेस्ले इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि हमारे व्यापार साझीदारों सहित बाजार में मौजूद मैगी के स्टॉक का अनुमानित बिक्री मूल्य करीब 210 करोड़ रुपए है। इसके अलावा, हमारी फैक्टरियों व वितरण केंद्रों में पड़े नूडल्स का अनुमानित मूल्य 110 करोड़ रुपए है। हालांकि कंपनी ने कहा कि यह एक मोटा अनुमान है क्योंकि अंतिम आंकड़े निकालना संभव नहीं है। बाजार से स्टॉक उठाकर उसे नष्ट करने के लिए केंद्रों पर लाने में अतिरिक्त लागत आएगी। अंतिम आंकड़ों की पुष्टि बाद में की जा सकेगी।
भारत की मैगी आॅस्ट्रेलिया में बैन
मेलबर्न. आॅस्ट्रेलिया ने भारत से मैगी नूडल के आयात को अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है। आॅस्ट्रेलिया सरकार के कृषि विभाग ने एहतियाती उपाय के रूप में 11 जून को मैगी के खिलाफ आदेश जारी किया था।
यह एहतियती उपाय है और आॅस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड खाद्य मानक संहिता का पालन नहीं करने की आशंका के कारण यह कदम उठाया गया है।