नई दिल्ली। दो दिन के विरोध के बाद आखिर ईरान ने भी क्रूड प्रोडक्शन बढ़ाने के सऊदी अरब के प्रस्ताव का समर्थन किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान कम मात्रा में प्रोडक्शन बढ़ाने पर राजी होने के संकेत दिए हैं। ईरान के सपोर्ट से गुरुवार के कारोबार में क्रूड की कीमतों में गिरावट दिख रही है। कारोबार के दौरान क्रूड 1 फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ 74 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया। 22 जून को वियना में होने वाली मीटिंग में अगर ओपेक देशों द्वारा क्रूड सप्लाई बढ़ाने का फैसला लिया जाता है तो क्रूड की कीमतों में गिरावट दिख सकती है।
ज्ञात रहे कि क्रूड की लगातार बढ़ती कीमतों को देखते हुए हाल ही में ओपेक देशों के संगठन में प्रमुख उत्पादक देश सऊदी अरब में सप्लाई बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था। सऊदी अरब के प्रस्ताव को रूस द्वारा भी समर्थन किया गया था। सऊदी अरब का कहना था कि इसके क्रूड की कीमतें काबू में लाई जा सकती हैं, लेकिन ईरान ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था और ऐसी खबर आई थी वह वेनेजुएला और इराक के साथ मिलकर 22 जून की मीटिंग में इस प्रस्ताव का विरोध करेगा।
सऊदी अरब क्रूड सप्लाई में कमी नही होंने देंगे
इसके पहले सऊदी अरब ने बुधवार को कहा था कि दुनिया में क्रूड की सप्लाई की कमी से बचने वह जो भी जरूरी होगा करेगा। वियना में पेट्रोलियम कांफ्रेंस शुरू होने से पहले सऊदी प्रिंस और एनर्जी मिनिस्टर अब्दुल अजीज बिन सलमान ने कहा था कि मार्केट में स्टैबिलिटी बनाए रखने के लिए हम सब कुछ करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि आॅयल सप्लाई किसी भी तरह की कमी न हो। आने वाले महीनों में ग्लोबल डिमांड बढ़ने के अनुमान का उल्लेख करते हुए हुए उन्होंने कहा कि आॅयल की कमी को लेकर कई कंज्यूमर देश गुस्से में हैं।
2016 से दोगुनी हो चुकी हैं क्रूड की कीमतें
गैर ओपेक देश रूस और दुनिया का सबसे बड़ा आॅयल प्रोड्यूसर सऊदी अरब 22 जून को होने वाली ओपेक एनर्जी मिनिस्टर्स और उससे जुड़े देशों की बैठक में प्रोडक्शन में कमी को दूर करने के लिए राजी होने पर जोर दे रहे हैं। 2016 से अब तक तेल की कीमतें दोगुनी हो चुकी हैं। बता दें कि 2016 के अंत में क्रूड की लगातार गिरती कीमतों को देखते हुए ओपेक और कुछ नॉन ओपेक देशों ने क्रूड प्रोडक्शन घटाने को लेकर एग्रीमेंट किया था। जिसके बाद से क्रूड की कीमतों में तेजी आई।
ट्रम्प ने ओपेक को राजनीति में झोंका
ईरान के आॅयल मिनिस्टर बिजान नामदार जंगानेह ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर ओपेक को राजनीति में झोंकने की कोशिश करने का आरोप लगाया। जंगानेह ने कहा कि क्रूड की कीमतों में बढ़ोत्तरी की असली वजह खुद अमेरिकी प्रेसिडेंट हैं। ट्रम्प हाल के महीनों में तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के लिए ओपेक को जिम्मेदार ठहराते रहे हैंए लेकिन जंगानेह ने कहा कि ईरान और वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से आपूर्ति का संकट पैदा हुआ है और कीमतों पर प्रेशर बढ़ा है।