नई दिल्ली। पश्चिम एशिया में बढ़ता तनाव, बाजार में नकदी की स्थिति तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की प्रवृत्ति इस सप्ताह मुख्य रूप से शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे। विशेषज्ञों ने यह बात कही है। वैसे चालू सप्ताह में छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र होंगे। बाजार विश्लेषकों के अनुसार आने वाले सप्ताह में नकदी की कुछ समस्या देखने को मिल सकती है क्योंकि बैंक तथा बांड: विदेशी मुद्रा बाजार दो अप्रैल को महावीर जयंती तथा तीन अप्रैल को गुड फ्राइडे के मौके पर बंद रहेंगे।
उनके अनुसार मार्च के दौरान मुद्रा बाजार की दरें तेजी से बढ़ती हैं। इसका कारण अधिकतर बैंक अल्पकालिक रिण देने से बचते हैं क्योंकि इससे उनकी पूंजी पर असर पड़ता है। कारोबारियों के अनुसार बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स के 28,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे जाने के बाद बाजार के दबाव में रहने की आशंका है और आने वाले सप्ताह में भी कारोबार का आकार हल्का रह सकता है। हालांकि रिजर्व बैंक ने कहा कि वह नकदी की स्थिति पर नजर रखेगा और अगर जरूरत पड़ी तो कदम उठाएगा।
रेलीगेयर सिक्योरिटीज के खुदरा वितरण विभाग के अध्यक्ष जयंत मांगलिक ने कहा, मौजूदा घरेलू परिदृश्य और वैश्विक संकेतों पर विचार करते हुए इस सप्ताह कारोबारियों विशेषकर एक दो दिनों के लिए सौदा करने वालों के लिए आगे का रास्ता आसान नहीं होगा। विगत सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 802.44 अंक अथवा 2.84 प्रतिशत की गिरावट आई और शुक्रवार को बाजार बंद होते समय यह 27,458.64 अंक के स्तर पर था। निफ्टी भी 27 मार्च को 0.75 अंक की गिरावट के साथ 8,341.40 अंक पर बंद हुआ।
मांगलिक ने कहा कि निफ्टी सूचकांक गिरकर 8,300 के स्तर के करीब आ गया है और यहां उसको महत्वपूर्ण समर्थन मिलने की उम्मीद है। ऐसे में आने वाले दिनों में इसमें कुछ तकनीकी सुधार देखने को मिल सकता है। घरेलू और विदेशी दोनों ही जगह के कारोबारी पश्चिम एशिया के राजनीतिक तनाव की स्थिति पर करीबी नजर रखेंगे जहां सउदी अरब ने यमन पर हवाई हमले सहित सैन्य अभियान शुर किया है।
कोटक सिक्योरिटीज के प्राइवेट क्लायंट ग्रुप रिसर्च के प्रमुख दीपेन शाह ने कहा, आगे घरेलू मोर्चे पर कोई बाजार उत्प्रेरक घटनाक्रम होने की स्थिति नहीं दिखाई दे रही है इसलिए शेयर बाजार वैश्विक तत्वों से दिशा लेते रहेंगे। कंपनियों के तिमाही कार्यपरिणाम भी कमजोर रहने की आशंका जतायी जा रही है। आर्थिक मोर्चे पर मार्च 2015 के लिए एचएसबीसी इंडिया मैनुफैक्चरिंग पर्चेज मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) इस सप्ताह आने हैं। इसके अलावा सरकार फरवरी के लिए आठ प्रमुख आधारभूत ढांचा उद्योग के आंकड़ें पेश करेगी तथा मंगलवार को राजकोषीय घाटे का आंकड़ा आएगा।