न्यूयॉर्क। फेसबुक हो, इंस्टाग्राम या ट्विटर सेल्फी हर जगह काफी लोकप्रिय हैं। जल्द ही आपके बैंक भी आपकी क्रेडिट कार्ड ऐप्लिकेशन या किसी खरीदारी को अप्रूव करने के लिए आपसे सेल्फी मांग सकते हैं। पेमेंट प्रोसेसिंग की बड़ी कंपनी वीजा आईएनसी एक प्लैटफॉर्म लॉन्च करने जा रही है जिसके बाद बैंक क्रेडिट कार्ड ऐप्लिकेशन या पेमेंट को अप्रूव करने के लिए आपके फिंगरप्रिंट, चेहरे, आवाज वगैरह का इस्तेमाल कर सकेंगे। वीजा के इस नए प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल ग्राहक कई अलग तरीकों से कर पाएंगे।
अगर कोई व्यक्ति स्मार्टफोन के जरिये क्रेडिट कार्ड की अर्जी डालता है तो बैंक ऐप उससे सेल्फी लेने या अपने ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट की फोटो लेकर भेजने को भी कह सकता है। टेक्नॉलजी की मदद से सेल्फी और ड्राइविंग लाइसेंस पर मौजूद तस्वीर को मिलाकर देखा जाएगा जो कि कुछ सेकंड का ही काम रह जाएगा।
ऑनलाइन खरीदारी में भी अहम भूमिका निभाएगी सेल्फी
सेल्फी ऑनलाइन खरीदारी में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पिछले कुछ सालों में चिप कार्ड्स का चलन बढ़ने से रीटेलर इन-पर्सन फ्रॉड से बचे हुए हैं। लेकिन ऑनलाइन फ्रॉड अब भी चिंता की वजह बना हुआ है। वीजा के रिस्क ऐंड ऑथेंटिकेशन प्रॉडक्ट्स के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट मार्क नेलसन के मुताबिक, हर 6 में से 1 ट्रांजेक्शन संदेहास्पद गतिविधियों की वजह से कैंसल हो रही है।
वॉइस रिकॉर्डिंग में ग्राहक को कोई खास बात बोलनी होगी
किसी ट्रांजेक्शन को लेकर संदेह की स्थिति में बैंक कॉल सेंटर ग्राहक को ऑटो डायल नहीं करेगा। बल्कि, इस नई तकनीक से ग्राहक ऐपल के टच आईडी या दूसरी फिंगरप्रिंट पहचानने वाली तकनीक से अपना फिंगरप्रिंट दे सकेंगे, या सेल्फी लेकर ऑथेंटिकेट कर सकेंगे या अपनी आवाज से ट्रांजेक्शन की पुष्टि कर सकेंगे। वॉइस रिकॉर्डिंग में ग्राहक को कोई खास बात बोलनी होगी। वीजा के साथ मिलकर इस तकनीक पर काम कर रही कंपनियों में से एक डाओन के सीईओ टॉम ग्रिसेन ने कहा, ग्राहक खुद अपने बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन की वरीयता चुन सकेंगे। यानी वह आवाज से वेरिफिकेशन करना चाहते हैं, चेहरे से या फिंगरप्रिंट से यह उनका फैसला होगा।
क्रेडिट कार्ड घोटाला रुकेगा
यह घोषणा उस वक्त की गई है जब हाल ही में क्रेडिट ब्यूरो ईक्विफैक्स से करीब 14.55 करोड़ अमेरिकी नागरिकों की निजी जानकारी चुराई गई थी। इसमें उनकी जन्मतिथि, सोशल सिक्योरिटी नंबर, पता और उपनाम शामिल थे। इस जानकारी का इस्तेमाल करके 20 साल बाद भी अच्छा-खासा क्रेडिट कार्ड घोटाला किया जा सकता है।