नई दिल्ली। घरेलू मार्गों पर यात्रियों की संख्या के लिहाज से देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में 167.85 प्रतिशत बढ़कर 495.97 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 185.17 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। कंपनी के निदेशक मंडल की सोमवार को हुई बैठक के बाद वित्तीय परिणामों को मंजूरी प्रदान की गयी। कंपनी ने बताया कि आलोच्य तिमाही में उसका कुल राजस्व 25.53 प्रतिशत बढ़कर 10,330.17 करोड़ रुपये पर पहुँच गया।
एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी की कुल आमदनी 8,229.27 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान कंपनी का कुल खर्च 8,046.86 करोड़ रुपये की तुलना में 21.46 प्रतिशत बढ़कर 9,773.64 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि कंपनी ने नेटवर्क विस्तार के साथ ग्राहक सेवा को बेहतर बनाने पर भी ध्यान दिया है। गत 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही में समय पर उड़ान भरने के मामले में उसका प्रदर्शन देश की एयरलाइंस में सबसे अच्छा रहा।
तिमाही के दौरान एक साल पहले की तुलना में विमान ईंधन सस्ता होने का कंपनी को फायदा मिला। इस मद में उसका व्यय दो फीसदी घटकर 3,341.9 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान कंपनी ने सात नये अंतर्राष्ट्रीय मार्गों और 17 नये घरेलू मार्गों पर सेवा शुरू की। भरी सीटों के साथ उड़ान भरने के मामले में भी कंपनी का प्रदर्शन बेहतर हुआ है। उसकी औसतन 87.6 प्रतिशत सीटें भरी रहीं। यात्री किलोमीटर में 22.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जबकि सीट किलोमीटर की उपलब्धता 19.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कंपनी ने बताया कि तिमाही के दौरान उसके बेड़े में विमानों की संख्या में 12 की वृद्धि हुई और यह 257 पर पहुँच गयी। तिमाही के अंत में उसके पास 20,069 करोड़ रुपये की नकदी मौजूद थी।