सैन फ्रांसिस्को। सोशल मीडिया साइट यूट्यूब ने एक बड़ा बदलाव किया है। कई बार निजी व्यक्ति या चैनल ऐसी सामग्री परोस देता है जिससे नस्ल या लैंगिक पहचान पर हमला होता है। अब यूट्यूब पर ऐसा करना मुश्किल होगा। यूट्यूब ने उत्पीड़न रोधी नीतियों के दायरे में विस्तार कर, नस्ल, लैंगिक पहचान या लैंगिक झुकाव को लेकर अपमान सहित अंतर्निहित खतरों पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
यूट्यूब के वैश्विक प्रमुख (भरोसा एवं सुरक्षा) मैट हलप्रिन ने कहा, हम अब ऐसी समाग्रियों को सामने नहीं आने देने वाले हैं, जिनमें नस्ल, लैंगिक पहचान या लैंगिक झुकाव जैसे संरक्षित निजी मसलों को लेकर किसी का अपमान किया गया हो। उन्होंने कहा, यह सभी पर लागू होता है,चाहे वे आम व्यक्ति हों या यूट्यूब के क्रियेटर या सरकारी अधिकारी। यूट्यूब पहले ही स्पष्ट धमकियों पर रोक लगा चुकी है, अब अंतर्निहित खतरों पर भी रोक लगेगी।'