मुंबई। दिव्या दत्ता बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेस में से एक मानी जाती हैं। 41वां जन्मदिन मना रहीं दिव्या दत्ता अपनी एक्टिंग के दम पर सपोर्टिंग किरदारों में भी जान भर देती हैं। पंजाब के लुधियाना शहर में दिव्या का जन्म एक पंजाबी हिंदू परिवार में हुआ था। दिव्या जब 7 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था।
दिव्या दत्ता की मां डॉ. नलिनी दत्ता एक सरकारी अधिकारी थीं। सिंगल मदर रहकर नलिनी दत्ता ने ही दिव्या और उनके भाई की परवरिश की। शायद यही वजह थी कि दिव्या अपने मां के काफी करीब थीं। उन्होंने मां के ऊपर एक किताब भी लिखी 'मी एंड मां'।
किताब के प्रमोशन के दौरान दिव्या दत्ता ने बताया था कि '2016 में एक सर्जरी के बाद पैदा हुई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते उनकी मां का निधन हो गया था। मां के अचानक निधन से दिव्या डिप्रेशन में चली गई थीं क्योंकि वो अपनी मां के बेहद करीब थीं।' दिव्या ने इंटरव्यू में कहा था कि 'मां के बिना मेरी जिंदगी कुछ नहीं, जब से होश संभाला मां हरदम साथ रहीं।
मां के जाने के बाद उनको अपने अंदर से निकाल नहीं पाई हूं, न ही निकालना चाहती हूं। मां के जाने के बाद मैं डिप्रेशन में चली गई। जिसके बाद मैंने इलाज करवाया।'100 से ज्यादा फिल्मों में अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ चुकीं दिव्या दत्ता को 2017 की फिल्म 'इरादा' में उनकी भूमिका के लिए पहली बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड के लिए चुना गया।