मुंबई। तिग्मांशु धूलिया की हालिया रिलीज फिल्म 'साहब बीवी और गैंगस्टर 3' के 'जुगनी' गीत को लोगों ने काफी पसंद किया है। इस गाने को अमित गुप्ता ने नूरां सिस्टर्स के साथ गाया है। बिना किसी गॉडफादर के फिल्म उद्योग में प्रवेश करने वाले अमित कहते हैं कि यहां अनिश्चितता का आलम है।
गाना जब तक आपकी आवाज में रिलीज न हो जाए, तब तक कुछ भी निश्चित नहीं है। नूरान सिस्टर्स और अमित गुप्ता की आवाज से सजा 'जुगनी' गाने में फ्यूजन और फोक, दोनों शैलियां देखने को मिलती हैं। इस गाने को रिलीज के 4 घंटे में 23 हजार बार देखा गया था। इस गाने के लिए अमित को भी काफी प्रशंसा मिली है।
अमित ने बताया, इसके गीतकार कुमार हैं और इस गाने को अंजन भट्टाचार्य ने कंपोज किया है जो चिट्टियां कलाइयां और बेबी डॉल जैसे गानों के लिए जाने जाते हैं। 'जुगनी' के वीडियो काले, सफेद और लाल कलर की थीम है। इस गाने को संजय दत्त पर फिल्माया गया है। इससे पहले उन्होंने नेहा कक्कड़ के साथ 'माही वे' गीत को अपनी आवाज दे चुके हैं, जिसे जरीन खान पर फिल्माया गया था। 'माही वे' 2002 की फिल्म 'कांटे' के हिट गीत का रिक्रिएशन था।
इलाहाबाद से इंजीनियरिंग करने वाले अमित ने फिल्म उद्योग में बिना किसी गॉडफादर के कदम रखा था। लिहाजा, उनके सामने चुनौती आना लाजिमी था। अपने अब तक के सफर के बारे में अमित बताते हैं, मैं कॉलेज के समय में ही गायिकी में बहुत सक्रिय था, मैंने कई पुरस्कार भी जीते थे, लेकिन जब मैंने इंजीनियरिंग छोड़ गाने में अपना करियर बनाने का फैसला किया, तो मेरे हर रिश्तेदार ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा, मेरे शहर में इंडियन आइडल का ऑडिशन हुआ, मैंने उसमें हिस्सा लिया और चयनित होकर मुंबई चला आया।
लेकिन मेरे पिता ने इंजीनियरिंग पूरी करने के लिए कहा। इसके बाद मैंने अपने परिवार की बात मानी और इंजीनियरिंग पूरी की। फिर मैं मुंबई आया। शुरुआत काफी मुश्किल भरी रही, लेकिन अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं तो सफलता तय है। फिल्म उद्योग में बहुत भाई-भतीजावाद की चर्चा होती है, आपको इसका सामना करना पड़ा, इस सवाल पर अमित कहते हैं, बिलकुल, इसका हर किसी को सामना करना पड़ता है जो भी बाहर से आता है।
कई बार ऐसा होता है कि आपको किसी गाने के लिए चुन लिया जाता है, लेकिन एन मौके पर वह गाना किसी और मिल जाता है। मुझे लगता है कि जब तक गाना आपकी ही आवाज में रिलीज न हो जाए तब तक कुछ भी निश्चित नहीं है। बॉलीवुड में अभिनय, गायिकी या निर्देशन की चाह रखने वाले युवाओं से क्या कहना चाहेंगे?
अमित ने कहा, मैं यह कहना चाहता हूं कि जो भी बॉलीवुड में काम करना चाहता है वह या मान कर चले कि उसे बहुत ज्यादा स्ट्रगल करना पड़ेगा और यह भी जरूरी नहीं है कि आपको सफलता कब मिलेगी। किसी को दो-तीन सालों में ही सफलता मिल जाती है तो किसी को 10 साल या किसी को पांच साल..लेकिन इस क्षेत्र में अपने परिवार की रजामंदी से प्रवेश करना चाहिए, मां-बाप को दुख देकर उनकी मर्जी के खिलाफ कुछ नहीं करना चाहिए।