नई दिल्ली। एक नई किताब में कहा गया है कि अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के बारे में 18 साल पहले वह मिस इंडिया के खिताब के लिए स्पष्ट पसंद नहीं थी , क्योंकि जूरी के एक सदस्य के विचार से रंग ‘ बेहद सांवला ’ था। उत्तर प्रदेश के बरेली की निवासी प्रियंका (17) ने सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लिया और फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2000 में दूसरे स्थान पर रहीं। उस सौंदर्य प्रतियोगिता में लारा दत्ता ने मिस इंडिया यूनीवर्स और दिया मिर्जा ने मिस इंडिया एशिया पेसेफिक का खिताब हासिल किया था।
तीनों विजेताओं ने मिस यूनीवर्स , मिस वर्ल्ड और मिस एशिया पेसेफिक का खिताब जीता था। ‘प्रियंका चोपड़ा : द इनक्रेडेबिल स्टोरी आफ ए ग्लोबल बॉलीवुड स्टार’ में सौंदर्य प्रतियोगिता के एक मार्गदर्शक प्रदीप गुहा याद करते हैं कि कैसे जूरी का एक सदस्य प्रियंका को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में था। बिना सदस्य का नाम बताते हुए वह याद करते हैं कि जूरी में हर कोई शुरूआत में उसके पक्ष में नहीं था। एक सदस्य ने उल्लेख किया था कि वह ‘बेहद सांवली’ है।
किताब के लेखक असीम छाबड़ा इसमें गुहा के हवाले से बताते हैं, ‘‘मैं कहता हूं, यार दक्षिण अमेरिकी लड़कियों को देखो। वे हमेशा जीतती है और कुछ बहुत अधिक सांवली होती हैं, क्योंकि सभी लड़कियां अफ्रीका से होती हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि किसके बारे में बात कर रहे हो ?’’ गुहा ने कहा कि प्रियंका को लेकर वह हमेशा से बेहद स्पष्ट रहे और मैंने कहा कि यह लड़की एक गलती दो बार नहीं करती हैं। 2000 की जूरी में शाहरूख खान, जूही चावला, वहीदा रहमान, क्रिकेटर मोहम्मद अजहरूद्दीन, मीडिया मुगल प्रीतीश नंदी, पेंटर अंजली इला मेनन, जी मीडिया के संस्थापक सुभाष चंद्रा, फैशन डिजाइनर कैरोलिना हेरेरा और मार्कस स्वारोवस्की शामिल थे।