मुंबई। अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि वह गैंगस्टर के किरदार को जीवंत इसलिए बना पाते हैं क्योंकि वह ऐसे पात्रों को मानवीय नजरिए से देखते हैं। सिद्दीकी को अनुराग कश्यप की ‘‘ गैंग्स ऑफ वासेपुर ’’ में स्थानीय गुंडे फैजल खान की भूमिका से ख्याति मिली। अभिनेता ने कहा कि उन्होंने अपने करियर में चार बार गैंगस्टर की भूमिका निभाई है जिनमें ‘‘ मुन्ना माइकल ’’ और ‘‘ बाबूमोशाय बंदूकबाज’’ शामिल हैं।
उन्होंने इन भूमिकाओं को एक ही तरह से नहीं निभाया। सिद्दीकी ने पीटीआई - भाषा से कहा , ‘‘ मैंने कभी गैंगस्टर की भूमिका एक ही जैसी मानते हुए नहीं निभाई। मुझे लगता है कि यह एक व्यक्ति की भूमिका है। वह अच्छा या बुरा हो सकता है। कई बार किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व की नकारात्मक बातें ज्यादा नजर आती हैं। मैंने कभी अपनी भूमिकाओं को गैंगस्टर की तरह नहीं माना। मैं मानवीय नजरिए से उन्हें देखता हूं। ’’
44 वर्षीय अभिनेता नेटफ्लिक्स की ओर्जिनल वेब सीरीज ‘‘ सेकरेड गेम्स ’’ में एक बार फिर नकारात्मक भूमिका में दिखाई देंगे। उन्होंने कहा , ‘‘यह भूमिका अलग है क्योंकि दूसरी भूमिकाओं में इतनी गहराई नहीं थी जितनी इसमे है। फैजल खान में जाहिर तौर पर इतनी गहराई थी आप फिल्म देखने के बाद उसके कुछ आयामों को जानते हैं लेकिन यहां आप उसके मनौविज्ञान को जानेंगे। हमने आपको उसके सफर पर ले जाने की कोशिश की है।’’
मुंबई के आधुनिक जीवन के तानेबाने में बुनी यह सीरीज पुलिस अधिकारी सरताज सिंह के आसपास घूमती है जिसे शक्तिशाली अपराधी गणेश गायतोंडे को पकड़ने का मौका मिलता है। सरताज सिंह की भूमिका सैफ अली खान ने और गायतोंडे की भूमिका सिद्दीकी ने निभाई है।