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मिसेज डीसा से मंथरा तक : ललिता पवार की भुलाई जा चुकी कहानी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 18 2018 10:35AM | Updated Date: Apr 18 2018 10:36AM
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नई दिल्ली।  मिसेज डीसा से मंथरा तक अपने हुनर का दम पूरें देश को दिखाने वाली ललिता पवार को कौन नहीं जानता। हर किसी ने उनके अभिनय का लोहा माना हैं और अपने अभिनय के जरिए दर्शकों के बीच अपनी एक अलह पहचान बनाई हैं। ललिता पवार ने हिंदी मराठी और गुजराती भाषा में फिल्में की हैं। बता दे कि ललिता पवार ने अपने अभिनय के करियर में 60 साल से ज़्यादा के लंबे करियर में हिंदी, मराठी और गुजराती में ललिता ने 700 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया। आज वो अपना 102वां जन्मदिन मना रही होती अगर आज वो हमारें बीच जिंदा होती।

ललिता पवार साइलेंट सिनेमा के ज़माने की वो अभिनेत्री हैं जो साइलेंट सिनेमा में काफी मशहूर रही थीं। उनकी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भी हिट रहीं। बता दे कि ललिता ने अपने करियर की शुरूआत बाल कलाकार के रुप में ही कर दी थी। और 7 साल की उम्र में 18 रुपए महीने के वेतन से उनके करियर की शुरुआत हुई थी।
 
ललिता पवार ने फिल्म तलाश अपनी फिल्म कंपनी के बैनर तले बनाई थी। इसमें उन्होंने नायिका, खलनायिका और मां की तिहरी भूमिका निभाई थी। तिहरी भूमिकाएं करने की वजह यह थी कि उन दिनों फिल्म नगरी में महिला कलाकारों का अभाव था और फिल्म के लिए पैसों का इंतजाम करना भी बड़ी समस्या थी।
 
बतौर हीरोइन ललिता पवार की फिल्म थी हिम्मते मर्दां मददे खुदा (1935)। इसमें ललिता का ग्लैमरस अवतार देख दर्शक दंग रह गये थे। अपनी अगली फिल्म दैवी खजाना (1935) में उन्होंने स्विमिंग सूट पहना था। लेकिन उस वक्त सिनेमा का समाज में उतना असर न होने के कारण खास हंगामा नहीं हुआ था अलबत्ता कई फिल्मकारों की नज़र में वह ज़रूर आ गई थीं।
 
फिल्मों के इतिहास में वाडिया मूवीटोन की नायिका नाडिया की चर्चा होती है लेकिन स्टंट करने वाली नायिकाओं में ललिता पवार नाडिया से पहले अपनी पहचान बना चुकी थीं। 1931 की फिल्म दिलेर जिगर में वह स्टंट करती हुई नज़र आई थीं। ललिता अपने स्टंट सीन खुद करती थीं और कई बार उन्हें चोटें भी लगी थीं।
 
ललिता पवार की एक फिल्म थी चतुर सुंदरी। इस फिल्म में ललिता ने अनूठा रिकॉर्ड कायम करते हुए 17 भूमिकाएं निभाई थीं लेकिन इस फिल्म की चर्चा फिल्म इतिहास में कम ही की गई है। ललिता पवार ने एक इंटरव्यू में इस फिल्म का ज़िक्र ज़रूर किया है। ललिता पवार के यादगार रोल्स में अनाड़ी की मिसेज़ डीसा का रोल है जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था।
 
ऋषिकेश मुखर्जी की ही फिल्म आनंद में भी उन्होंने मेट्रन का रोल निभाया जिसे इसी रोल का रीमेक माना जाता है। इसके अलावा श्री 420 की गंगा माई, मिस्टर एंड मिसेज़ 55 में सीता देवी, प्रोफेसर में सीता देवी वर्मा और रामायण में मंथरा के रोल के लिए ललिता पवार को भुलाया नहीं जा सकता। ललिता पवार फिल्मी दुनिया की ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता।
 
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