मुंबई। बॉलीवुड में रणधीर कपूर को एक ऐसी शख्सियत के तौर पर शुमार किया जाता है जिन्होंने न सिर्फ अभिनय के क्षेत्र में बल्कि फिल्म निर्माण और निर्देशन के जरिए भी दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है। पंद्रह फरवरी 1947 को मुंबई में जन्मे रणधीर कपूर को अभिनय की
कला विरासत में मिली।
रणधीर कपूर के पिता राजकपूर फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने अभिनेता और फिल्मकार थे। रणधीर कपूर ने शुरुआती दौर में बतौर बाल कलाकार श्री 420 और दो उस्ताद जैसी कुछ फिल्मों में काम किया। इसके बाद उन्होंने साल 1968 में प्रदर्शित फिल्म झुक गया आसमान में
बतौर सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया।
साल 1971 में प्रदर्शित फिल्म कल आज और कल के जरिए रणधीर कपूर ने अभिनेता और स्वतंत्र निर्देशक के तौर अपना कदम रख दिया। कल आज और कल भारतीय सिनेमा के इतिहास में कालजयी फिल्मों के रूप में शुमार की जाती है। इस फिल्म में तीन पीढ़ी पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर और रणधीर कपूर एक साथ नजर आई। इस फिल्म में बबीता ने भी अहम भूमिका निभाई थी जो बाद में रणधीर कपूर की जीवन संगिनी बन गई।
साल 1972 में रणधीर कपूर की जवानी दीवानी और रामपुर का लक्ष्मण जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुई। साल 1974 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म हाथ की सफाई में रणधीर कपूर की जोड़ी विनोद खन्ना के साथ काफी सराही गई। फिल्म में दोनों कलाकारों का टकराव देखने लायक था।