25 Apr 2024, 02:10:16 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

मुंबई। एस एस राजमौली निर्देशित दो भागों में आई बाहुबली ने बॉक्स ऑफिस पर बड़ा गदर मचाया और भारतीय सिनेमा का नाम भी दुनिया में ऊंचा किया। इस साल अप्रैल में बाहुबली- द कन्क्लूजन के रिलीज होने के बाद से लोग बार बार पूछ रहे हैं कि अब बाहुबली 3 कब देखने मिलेगी। जवाब राजमौली के पास है।
"बाहुबली का तीसरा भाग नहीं बनेगा। कहानी खत्म अब आगे की कोई गुंजाइश नहीं है।" ये साफ साफ शब्द हैं एस एस राजमौली के। राजमौली ने कहा है कि एक बेहतरीन कहानी के साथ हमने फिल्म शुरू की थी और दो भाग बना कर खत्म की। अब आगे बाहुबली की कोई कहानी नहीं है। मैं जानता हूं कि हमारे लिये बाजार खुला है। करोड़ों कमा सकते हैं। लेकिन ईमानदार फिल्म मेकिंग के नजरिये से ये गलत्त होगा ना। यदि कोई कहानी होती तो उसे फिर से बनाने की खुशी होती। " इतना ही नहीं भारतीय सिनेमा को बाहुबली जैसी भव्य फिल्म देने वाले एस एस राजमौली ने इस तरह की फिल्म चाहने वालों को और भी निराश किया है।
 
बातचीत में जब उनसे इस खबर की पुष्टि की गई कि क्या वो महाभारत पर भी एक भव्य फिल्म बनने जा रहे हैं , बाहुबली मेकर ने कहा - "नहीं। अभी कुछ नहीं। छुट्टी के मजे ले रहा हूं।" उन्होंने कहा कि वो महाभारत पर फिल्म नहीं बना रहे हैं। उन्होने कहा था कि महाभारत बनाना उनका सपना था लेकिन अभी उसे साकार होने में बहुत देर है। अपने अगले प्रोजेक्ट को लेकर उन्हें अभी कुछ समय और लगेगा। जब कोई विषय उनके दिल को छू जाएगा तब उस पर काम करेंगे। एस एस राजमौली ने कहा कि बाहुबली 2 को ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री के रूप में नहीं चुने जाने से वो निराश नहीं हैं क्योंकि वो अवॉर्ड के लिए फिल्में नहीं बनाते।
 
बता दें कि बाहुबली ने भारतीय सिनेमा में कमाई के मामले में कई सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं। फिल्म के दूसरे भाग का कलेक्शन 1700 करोड़ वर्ल्ड वाइड से ज्यादा है।
 
ऑस्कर के लिए नॉमिनेशन ना होने से निराश नहीं: राजामौली
एस. एस. राजामौली इस साल अपनी फिल्म 'बाहुबली 2: द कनक्लूजन' के ऑस्कर में शामिल न होने से निराश नहीं हैं। उनका कहना है कि उनका लक्ष्य कहानियों को दर्शकों तक पहुंचाना और पुरस्कार जीतने के बजाय टीम के लिए पैसा बनाना है। राजामौली ने आगे कहा, 'जब मैं फिल्म बनाता हूं तो कभी पुरस्कार के बारे में नहीं सोचता। यह मेरा लक्ष्य नहीं है। मेरा पहला लक्ष्य खुद कहानी से संतुष्ट होना और फिर दर्शकों की अधिकतम संख्या तक पहुंचना है और उनके लिए पैसा कमाना, जिन्होंने इसमें अपनी जान लगाई है।'
उन्होंने कहा, 'यह मेरे लिए सबसे जरूरी है। अगर पुरस्कार मिलता है, तो मैं खुश हूं। अगर नहीं तो भी मुझे कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि यह मेरे मानदंडों पर नहीं है।' दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनावी पृष्ठभूमि पर निर्मित हिंदी फिल्म 'न्यूटन' ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में नामांकित की गई है। माना जा रहा है कि 'बाहुबली 2: द कनक्लूजन' भी इस दौड़ में थी। 
 
राजामौली ने 'बाहुबली' के निमार्ता के रूप में वैश्विक ख्याति प्राप्त की है। यह फिल्म 900 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई के साथ भारत की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बन गई है। फिल्म में प्रभास, राणा दग्गुबाती, अनुष्का शेट्टी, राम्या कृष्णन, तमन्ना भाटिया और सत्यराज जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में थे। उन्होंने बताया कि उन्हें फिल्म की सफलता पर पूरा यकीन था लेकिन उत्तरी भारत में फिल्म की अपार लोकप्रियता ने उन्हें भी हैरत में डाल दिया था। राजामौली ने आगे कहा, 'दोनों फिल्मों (बाहुबली-1 और बाहुबली-2) का कुल बजट 150 करोड़ रुपये था। अगर हमें उम्मीद नहीं होती कि फिल्म इतना अच्छा परिणाम हासिल करेगी तो हम इसे बनाते ही नहीं।' निर्देशक ने चुटीले अंदाज में कहा, 'इन दोनों फिल्मों की सफलता के बाद देश के उत्तरी हिस्से में भी मैं अपनी निजता (प्राइवेसी) कुछ हद तक खो चुका हूं।' 
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